प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के लिए जल्द आवेदन लिया जाएगा। शिक्षा सेवा चयन आयोग में इसके लिए कमेटी बनाई है। कमेटी परीक्षा प्रारूप, योग्यता और परीक्षा शुल्क आदि का निर्धारण करेगी। जल्द ही प्रारूप तैयार कर शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी क्वॉलिफाई करना अनिवार्य है। अब तक यह परीक्षा उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक करता रहा। नियामक की ओर से अंतिम परीक्षा 23 जनवरी 2022 को कराई गई थी। इसके बाद परीक्षा नहीं हुई है।
इसके अलावा लंबे समय से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती भी नहीं हुई है। ऐसे में प्रतियोगी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के साथ टीईटी कराने के लिए आंदोलनरत हैं। हालांकि, कोई बड़ी बाधा नहीं आई तो जनवरी में टीईटी करा लिया जाएगा।
अब यह परीक्षा उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा
चयन आयोग कराएगा। आयोग ने जनवरी में परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी है। अब आयोग ने कमेटी भी गठित कर दी है। इसी माह प्रारूप तैयार होने की उम्मीद है। शासन से मंजूरी के बाद आवेदन मांगा जाएगा।
आयोग की ओर से पहली बार लिया जाएगा आवेदन
नवगठित शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से अब तक सिर्फ असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा कराई गई है लेकिन इसके लिए आवेदन उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से मांगा गया था। शिक्षा सेवा चयन आयोग यूपीटीईटी के रूप में पहली बार किसी परीक्षा के लिए आवेदन मांगेगा।
20 लाख से अधिक आवेदन के आसार
जनवरी, 2022 में हुई परीक्षा के लिए 1,29,16,281 आवेदन पहुंचे थे। इनमें से 11,47,090 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। अब चार साल बाद जनवरी में परीक्षा प्रस्तावित है। ऐसे में शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे डीएलएड, बीएड उत्तीर्ण प्रतियोगियों की लंबी कतार हो गई है और यूपीटीईटी के लिए 20 लाख से अधिक आवेदन आने की बात कही जा रही है। आयोग में इसे ध्यान में रखकर तैयारी भी की जा रही है।