सीतापुर। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह की बेल्ट से पिटाई करने के आरोपी शिक्षक बृजेंद्र कुमार वर्मा बृहस्पतिवार को जेल से छूट गए। जेल से बाहर आने के बाद अब उनके खिलाफ विभागीय जांच रफ्तार पकड़ेगी। बीएसए ने शिक्षक को निलंबित करने के बाद पूरे मामले की जांच बीईओ रमाकांत मौर्या को सौंपी है। अब वह आरोप पत्र देकर जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।
आरोपी शिक्षक बृजेंद्र कुमार वर्मा की बृहस्पतिवार सुबह जेल से रिहाई हो गई। इसके साथ ही अब विभागीय जांच भी तेज हो गई है। निलंबन मामले की जांच बीईओ रमाकांत मौर्या को दी गई है। अब वह शिक्षक को पहले आरोप पत्र देंगे। इस पत्र का शिक्षक जवाब देंगे। उसके बाद साक्ष्यों के आधार पर इन पर दंड तय किया जाएगा। अगर लघु दंड दिया जाएगा तो इनका स्कूल बदल सकता है। साथ ही अगर जांच में शिक्षक अपना बचाव नहीं कर पाते हैं तो इन्हें प्रधानाध्यापक से सहायक अध्यापक बनाया जा सकता है।
वेतन वृद्धि भी वापस ली जा सकती है। हालांकि अब यह जांच पर निर्भर होगा। शिक्षक पर कौन सी कार्रवाई की जाएगी। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि बीईओ को जल्द जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षक संगठनों की प्रतिक्रिया
संगठन दिलाएगा न्याय: उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के जिला मंत्री आराध्य शुक्ल ने कहा कि शिक्षक बृजेंद्र कुमार वर्मा को संयम बनाए रखें। राजनीतिक लोगों के चंगुल से बचें। संगठन पर भरोसा रखें। संगठन पूरे मामले में उन्हें न्याय दिलाएगा।
जल्द हो बहाली: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री हंसराज वर्मा ने कहा कि हम लोग जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हैं। हम लोगों ने जो मांग रखी थी, उसे समय रहते पूरा किया। न्यायालय पर पूरा भरोसा है। जिला प्रशासन ने बृजेंद्र को जल्द बहाल करने का वादा किया था। प्रशासन उस वादे को भी अतिशीघ्र पूरा करें।