बांदा। संवाददाता डीएम ने शुक्रवार को सुबह नौ बजे परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। उच्च प्राथमिक विद्यालय (कंपोजिट) तिंदवारा-2 बंद मिला। बच्चे गेट के बाहर शिक्षकों के आने का इंतजार करते मिले। डीएम ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया। विद्यालय में तैनात 24 शिक्षक व कर्मचारियों का वेतन रोक दिया और सभी से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है। जिलाधिकारी जे.रीभा शुक्रवार को सुबह अचानक विद्यालयों के निरीक्षण को निकल पड़ीं। बड़ोखर खुर्द ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय कंपोजिट तिंदवारा-2 में वह सुबह 9.05 बजे पहुंच गईं। उस समय विद्यालय बंद पाया गया। विद्यालय का कोई स्टाफ मौके पर उपस्थित नहीं मिला।
बच्चे विद्यालय प्रांगण में खड़े शिक्षकों के आने का इंतजार करते मिले। भनक लगी तो एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एक एजुकेटर, एक शिक्षामित्र, एक सहायक अध्यापिका पहुंच गए और स्कूल का ताला खोला गया। कंपोजिट विद्यालय में यहां 24 शिक्षक कर्मचारियों का स्टाफ है। डीएम ने यह स्थिति देख कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि विद्यालय का निर्धारित समय में बंद पाया जाना प्रधानाध्यापिका एवं शैक्षणिक स्टाफ की लापरवाही दिखाती है। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को उन्होंने निलंबित कर दिया। अनुपस्थित स्टाफ का एक दिन का वेतन रोकने एवं देर से आने वाले स्टाफ का स्पष्टीकरण लेकर कार्यवाही करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए। इसके बाद डीएम 9.23 बजे उच्च प्राथमिक विद्यालय कंपोजिट-1 बांधापुरवा पहुंचीं। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को विलंब से आने के लिए स्पष्टीकरण मांगा। हैंडवाशिंग यूनिट टूटी हुई पाए जाने पर संबंधित ग्राम विकास अधिकारी से भी जवाब मांगा है।

