पोर्टल न चलने के कारण तीन लाख से अधिक विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर सके। वर्ष 2024-25 में देर से परीक्षा परिणाम जारी होने व संस्थानों की गलती से छात्रवृत्ति से वंचित रह गए 5.87 लाख विद्यार्थियों से दोबारा आवेदन मांगे गए थे लेकिन बामुश्किल दो लाख छात्र भी फॉर्म नहीं भर सके। अब शासन को फिर से पोर्टल खोलने का प्रस्ताव समाज कल्याण निदेशालय की ओर से भेजा गया है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से वर्ष 2024-25 के स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के वे विद्यार्थी जो छात्रवृत्ति से छूट गए हैं, उनके लिए पोर्टल scholarship.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। 27 अक्तूबर से लेकर 31 अक्तूबर तक ऑनलाइन फॉर्म भरा जाना था। बड़ी संख्या में एक साथ फॉर्म भरे जाने से पोर्टल बार-बार बंद हो रहा था। ऐसे में बड़ी संख्या में विद्यार्थी फॉर्म नहीं भर पाए। उसके बाद संस्थान की ओर से बॉयोमीट्रिक सत्यापन और अंतिम रूप से फॉर्म सबमिट करने की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो सकी। छात्रों के आवेदन फॉर्म का प्रिंटआउट न निकलने की वजह से भी आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
तकनीकी खामी से हुई मुसीबत
आवेदन फॉर्म भरने के लिए विद्यार्थियों को पांच दिन का समय दिया गया। 5.87 लाख विद्यार्थी एक साथ आवेदन करने लगे। वहीं तकनीकी खामी के कारण पोर्टल भी बार-बार बंद हो रहा था। ऐसे में विद्यार्थियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। 31 अक्तूबर को जिन विद्यार्थियों ने फॉर्म भरे थे उनमें से तमाम के प्रिंटआउट दो नवंबर तक जैसे-तैसे निकले लेकिन संस्थानों ने भी कोशिश की लेकिन सत्यापन व अंतिम प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। विद्यार्थियों व संस्थानों ने ज्यादा समय देने की मांग की है।

