27 December 2025

फर्जी बीएसए बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार


बीएसए बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार 

आजमगढ़, संवाददाता। फर्जी बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) बनकर ईसीसीई (शिक्षक एजुकेटर) भर्ती के नाम पर जालसाजी कर अभ्यर्थियों से अवैध वसूली करने के आरोपी जालसाज को साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने प्रतापगढ़ जनपद के पट्टी कस्बे से गिरफ्तार किया है। उसके पास से


पुलिस ने दो एंड्रायड मोबाइल बरामद किया है। अब तक छह लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।


पकड़ा गया जालसाज राम सिंह पुत्र स्व. शिव गरुण ग्राम नैका महीन झूंसी जनपद प्रयागराज का निवासी है। उसका हाल मुकाम पता बंदीपट्टी चौराहा भवरगढ़ धनूपुर हंडिया जनपद प्रयागराज है। एएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि पकड़े गए राम सिंह ने आजमगढ़ बीएसए के नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बनाई थी। वाट्सऐप ग्रुप और ट्रू कॉलर पर भी बीएसए का नाम और फोटो लगाकर अभ्यर्थियों को विश्वास में लेता था। इसके बाद खुद को बीएसए बताकर ईसीसीई शिक्षक भर्ती के नाम पर पर अभ्यर्थियों से 10 से 40 हजार रुपये की ठगी करता था। वह अभ्यर्थियों के पास जनसेवा केंद्रों का क्यूआर कोड भेजकर रुपये मंगवाता था। जिससे पुलिस उसे ट्रेस न कर सके।


अभ्यर्थियों से धनराशि लेने के बाद उनका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देता था।


उसने रौनापार थाना क्षेत्र के मऊ कुतुबपुर गांव निवासी दिनेश विश्वकर्मा पुत्र सुमेर विश्वकर्मा से जालसाजी कर 40 हजार रुपये लिए थे। पीड़ित अभ्यर्थी दिनेश ने इस मामले में 25 दिसंबर को साइबर थाने में तहरीर दी थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही थी। साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह ने मोबाइल नंबर ट्रेस कर आरोपी को गुरुवार की शाम को प्रतापगढ़ जनपद के पट्टी कस्बे से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से दो एंड्रायड मोबाइल भी बरामद किया है। अब तक उसने छह लोगों को शिकार बनाया गया।


टेलीग्राम ग्रुप से जुड़कर करता था ठगी


चार-माह से कर रहा था जालसाजी का धंधा


आजमगढ़, संवाददाता। आरोपी राम सिंह टेलीग्राम ग्रुप से जुड़कर ठगी करता था। वह अब तक छह लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है। पुलिस आरोपी का डिटेल खंगाल कर रही है।


पुलिस के मुताबिक, जालसाज राम सिंह अभ्यर्थियों द्वारा बनाए गए टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ा था। इस ग्रुप पर शिक्षा विभाग से संबंधित समाचार, विभिन्न भर्तियों के परिणाम, अभ्यर्थियों की सूची प्रसारित की जाती थी। ग्रुप की सूची से आरोपी अभ्यर्थियों का नाम, पता, मोबाइल नंबर एवं ई-मेल आईडी अंकित निकालकर उन्हें वाट्सऐप और मेल कर करता था। वह उसी फर्जी मेल आईडी और वाट्सऐप प्रोफाइल का इस्तेमाल करता था, जिस पर बीएसए का नाम और फोटो लगाई थी। ट्रू कालर में भी स्वयं का नाम बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़ दर्शाता था। इससे अभ्यर्थी उसके झांसा में आ जा रहे थे। एएसपी ने बताया कि फर्जी ई-मेल आईडी से अभ्यर्थियों को ईसीसीई शिक्षक पद पर चयन होने का झांसा देते हुए 40 हजार रुपये की धरोहर राशि जमा करने के लिए मेल भेजता था। संदेह न हो, इसके लिए आधार कार्ड, फोटो एवं नियुक्ति के लिए तीन विद्यालयों का विकल्प भी मांगता था। अभ्यर्थियों को कॉल कर ई-मेल के संबंध में जानकारी दी जाती थी। वाट्सऐप पर ई-मेल का स्क्रीनशॉट भेजकर विभिन्न जनसेवा केंद्रों के क्यूआर कोड उपलब्ध कराते हुए धनराशि की मांग की जाती थी। अभ्यर्थियों द्वारा विश्वास में आकर 10 से 40 तक की धनराशि भेज दिए जाने के बाद आरोपी द्वारा नियुक्ति पत्र का इंतजार करने की बात कहकर उनका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया जाता था।