Ⓜ️ अवकाश सम्बन्धी महत्वपूर्ण तथ्य
(शिक्षकों के लिए उपयोगी मार्गदर्शिका)
शिक्षकों के लिए अवकाश नियमों की सही जानकारी होना बेहद आवश्यक है, ताकि अनावश्यक भ्रम, वेतन संबंधी समस्या या प्रशासनिक अड़चन से बचा जा सके। नीचे CL, मेडिकल, EL, CCL एवं जॉइनिंग प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण और व्यावहारिक तथ्य सरल भाषा में दिए जा रहे हैं—
🔹 आकस्मिक अवकाश (C.L) से जुड़े तथ्य
- C.L में सफिक्स या प्रीफिक्स भरने की कोई आवश्यकता नहीं होती। ✔️
- लगातार 4 CL तक अवकाश हेड/इंचार्ज द्वारा स्वीकृत किया जा सकता है।
- 4 से अधिक होने पर BEO द्वारा स्वीकृति आवश्यक होगी। ✔️
- CL उपभोग के बाद ऑनलाइन जॉइनिंग रिक्वेस्ट भेजना आवश्यक नहीं है। ✔️
- दो CL के बीच पड़ने वाला अवकाश (शनिवार/रविवार) ऑनलाइन सिस्टम में स्वतः जुड़ जाता है।
- अतः यदि शनिवार से सोमवार तक CL लेना हो, तो एक साथ आवेदन न करें, बल्कि अलग-अलग दिन का CL लें। ✔️
🔹 मेडिकल अवकाश (Medical Leave)
- 42 दिन तक का मेडिकल अवकाश — BEO द्वारा स्वीकृत। ✔️
- 42 दिन से अधिक का मेडिकल अवकाश — BSA द्वारा स्वीकृत। ✔️
🔹 EL, Medical, CCL एवं मातृत्व अवकाश
- EL, Medical, CCL एवं मातृत्व अवकाश के उपभोग के पश्चात
👉 ऑनलाइन जॉइनिंग रिक्वेस्ट भेजना अनिवार्य है। ✔️ - CCL (Child Care Leave)
- केवल प्रथम दो बड़े बच्चों के लिए ही मान्य। ✔️
- एक कैलेंडर वर्ष में अधिकतम 3 बार CCL लिया जा सकता है। ✔️
- एक बार में अधिकतम 30 दिन की ही CCL मिलती है। ✔️
🔹 जॉइनिंग और मानव सम्पदा पोर्टल
- यदि जॉइनिंग रिक्वेस्ट पेंडिंग है, तब भी आप मानव सम्पदा पोर्टल पर उपस्थिति लॉक कर सकते हैं।
- इससे वेतन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। ✔️
- अंतर्जनपदीय ट्रांसफर का लाभ लेने से पहले
👉 सभी पेंडिंग जॉइनिंग रिक्वेस्ट का निस्तारण अवश्य करवा लें। ✔️
🔹 CCL और EL से जुड़ी विशेष सावधानी
- जब तक CCL या EL को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) द्वारा स्वीकृति न मिल जाए,
👉 उस अवकाश का उपभोग नहीं किया जा सकता। ✔️ - इसलिए CCL या EL की ऑनलाइन रिक्वेस्ट कम से कम एक सप्ताह पहले भेजना आवश्यक है। ✔️
⚠️ महत्वपूर्ण सलाह
- जिस माह इंक्रीमेंट लगना हो (1 जुलाई / 1 जनवरी),
👉 उस माह मेडिकल लीव लेने से यथासंभव परहेज करें। ✔️
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अवकाश नियमों की सही जानकारी न केवल शिक्षकों के समय और वेतन की सुरक्षा करती है, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं को भी सुचारु बनाती है। ऊपर दिए गए तथ्यों को ध्यान में रखकर अवकाश का नियोजन करें और किसी भी असुविधा से बचें।

