बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 20 शिक्षकों एवं 12 शिक्षामित्रों का मानदेय/वेतन रोका, जानिए क्या है मामला

 

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 20 शिक्षकों एवं 12 शिक्षामित्रों का मानदेय/वेतन रोका, जानिए क्या है मामला 

सिद्धार्थनगर : बीएसए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने खंड शिक्षा अधिकारी नौगढ़ रमेश चन्द्र मौर्या की रिपोर्ट पर 20 शिक्षकों और 12 शिक्षा मित्रों का वेतन रोक दिया है। 

यह सभी लोग शुक्रवार को स्कूलों के निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए थे।खंड शिक्षा अधिकारी ने 11 विद्यालयों का निरीक्षण किया था। जिसमें 20 शिक्षक, 11 शिक्षा मित्र, एक अनुचर स्कूल से गायब थे। तीन प्राथमिक विद्यालय दुबौलिया, बेलवा व केसार पर ताला लटक रहा था, जबकि केसार के ग्रामीणों ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर भी विद्यालय नहीं खुला था। रिपोर्ट के मुताबिक जब बीईओ प्राथमिक विद्यालय साड़ी पहुंचे तो सभी शिक्षक उपस्थित मिले। कंपोजिट विद्यालय बसडीलिया में प्रधानाध्यापक मधुरानी साही, सहायक अध्यापक शिखा कुशवाहा, सुगंधा शुक्ला, सुषमा कुमारी, आराधना पांडेय, शिक्षा मित्र गीता चौरसिया, अंजू अनुचर कृष्ण कुमार दो दिन अनुपस्थित रहे। कंपोजिट विद्यालय पिपरा पांडेय में सहायक अध्यापक ऋचा सिंह व शिक्षा मित्र ओमप्रकाश एक दिन अनुपस्थिति रहे।


 प्राथमिक विद्यालय धेन्सा नानकार में सहायक अध्यापक कृति त्रिपाठी व शिक्षा मित्र पुष्पलक्ष्मी चार दिनों से अनुपस्थित रहीं। प्राथमिक विद्यालय बेलवा महदेवा प्रथम शिक्षा मित्र शम्भू प्रसाद निरीक्षण के दिन अनुपस्थिति थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेलवा में सहायक अध्यापक मीना वर्मा छह दिनों से अनुपस्थिति रहीं। प्राथमिक विद्यालय चनरहड्डी सहायक अध्यापक अर्चना कुमारी दो दिन से अनुपस्थिति थीं। वही प्राथमिक विद्यालय मुड़ीला में प्रधानाध्यापक वंदना यादव, सहायक अध्यापक अंजनी श्रीवास्तव दो दिन, अभिलाषा रानी पांच दिन व शिक्षा मित्र शांति यादव, गीता कुमारी तीन दिन, जबकि नीलम त्रिपाठी एक दिन आगे का भी हस्ताक्षर बना कर गायब रहीं, जितेंद यादव एक दिन अनुपस्थिति मिले। बीईओ ने कहा कि सभी अनुपस्थिति शिक्षकों का अनुपस्थिति कार्य दिवस का वेतन अवरुद्ध करने एवं शिक्षा मित्रों का मानदेय अवरुद्ध करने के लिए बीएसए को पत्र भेजा गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि सभी अनुपस्थित शिक्षकों एवं शिक्षा मित्रों का वेतन बाधित करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया हैं।