बलिया। कोरोना संक्रमण के कारण बंद चल रहे परिषदीय स्कूलों के शिक्षक अब बच्चों को मोहल्ला क्लास लगाकर शिक्षण कराएंगे। इसके लिए प्रधान, विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावकों का सहयोग लिया जाएगा। कोविड 19 गाइड लाइन का पालन करते हुए मोहल्ला क्लास लगाई जाएंगी।
कोरोना की तीसरी लहर आने के तेजी से फैल रहे संक्रमण के कारण करीब डेढ़ माह से परिषदीय स्कूलों में अवकाश चल रहा है। जिसके कारण छात्र-छात्राएं पढ़ाई से वंचित है। हालांकि 23 जनवरी से शिक्षक स्कूलों में डयूटी दे रहे हैं। लेकिन बच्चों के स्कूल जाने की मनाही है। बच्चों की पढ़ाई बाधित होने पर शासन से गांवों में मोहल्ला क्लास के माध्यम से शिक्षण कराने का निर्णय लिया है। जिलेभर 2249 परिषदीय स्कूल हैं। जिनमें करीब 2.97 लाख छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं।
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सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए लगेंगी कक्षाएं
कोरोना काल में बच्चों के लिए आनलाइन शिक्षण की व्यवस्था कराई गई। ई पाठशाला भी चलाई जा रही है। लेकिन, अधिकांश बच्चों और उनके अभिभावकों पर स्मार्ट फोन न होने के कारण बड़ी संख्या में बच्चे ई-पाठशाला से नहीं जुड़ पा रहे हैं। ऐसे बच्चों के लिए मोहल्ला क्लास चलाने के आदेश दिए गए हैं। मोहल्ला क्लास में शिक्षक बच्चों को सार्वजनिक स्थान, पंचायत भवन ग्राम सचिवालय या खेल के मैदान में बच्चों को एकत्र कर मोहल्ला क्लास लगाएंगे। मोहल्ला क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही बैठाना होगा। बच्चों के लिए मास्क और सैनिटाइजर भी जरूरी होगा।
इसके साथ ही ऐसे अभिभावक जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं या जो अभिभावक पढ़े लिखे नहीं हैं या फिर व्हाटसएप ग्रुप से भी नहीं जुड़े हैं। ऐसे अभिभावकों को सप्ताह में एक बार स्कूल बुलाकर बच्चों के लिए शिक्षण कार्य देंगे। पहले दिए गए कार्य को चेक करेंगे। एक बार में सिर्फ 10 अभिभावक मास्क लगाकर स्कूल में आ सकेंगे।
बीते वर्ष भी कोरोना के चलते विद्यालय बंद थे। ऐसे में ई पाठशाला के जरिए पठन-पाठन कराया गया था। जो बच्चे ई पाठशाला से जुड़ नहीं सके थे। उनके लिए मोहल्ला क्लास चलाई गई थी। इस बार भी अभी बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया गया है। इसलिए जो बच्चे ई-पाठशाला से नहीं पढ़ पा रहे रहे उनके लिए मोहल्ला क्लास संचालित करने का निर्देश शासन द्वारा दिया गया है। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति कमतर होते ही सभी खंड शिक्षाधिकारियों को मोहल्ला क्लास लगवाने का आदेश दिया जाएगा। अगर किसी शिक्षक ने दो दिनों के अंदर मोहल्ला क्लास लगाने में कोताही बरती तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-शिव नारायन सिंह, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, बलिया।