उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (टीईटी) रविवार को 99 केन्द्रों पर होगी। लखनऊ में बनाए गए 99 केन्द्रों पर दोनों पालियों में 80,604 अभ्यर्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच टीईटी परीक्षा आयोजित करना बड़ी चुनौती है। संक्रमण से अभ्यर्थियों को बचाने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल पालन करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के साथ ही सर्विलांस सेल अलर्ट मोड पर रहेंगे। पहली पाली 10 से 12.30 बजे में 47,349 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। पहली पाली में कक्षा एक से पांच तक शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। दूसरी पाली दोपहर ढाई बजे से शाम पांच बजे में 33,255 अभ्यर्थी कक्षा छह से आठ के शिक्षक बनने के लिए परीक्षा देंगे।
● प्रत्येक केन्द्र पर दो पर्यवेक्षक
● प्रत्येक केन्द्र पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट
● स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ रहेगा वीडियोग्राफर
बसों के रूट नंबर से पहुंच सकेंगे सेंटर तक
शहर भर में परीक्षा सेंटर तक परीक्षार्थियों को पहुंचाने के लिए आठ रूट तय किए गए है। हर एरिया के हर रूट नंबर की बसें होंगी। मसलन, सिटी बस नंबर 801 की बसें गोमतीनगर के इलाकों में बने परीक्षा सेंटर तक परीक्षार्थी पहुंच सकेंगी। इसी प्रकार हर सिटी बसों के रूट नंबर तय किए गए हैं। जिससे परीक्षार्थी आसानी से परीक्षा सेंटर पहुंच सके।
आधा घंटा पूर्व मिलेगा प्रवेश
अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा समय से आधे घंटे पूर्व पंहुचना होगा। पहली पाली सुबह दस बजे शुरू होगी। इसलिए प्रत्येक दशा में अभ्यर्थियों को 9.30 बजे तक पंहुचना होगा। दूसरी पाली दोपहर ढाई बजे से शुरू होगी तो अभ्यर्थियों को दो बजे परीक्षा केन्द्र में पंहुचना होगा। डीआईओएस अमरकांत सिंह ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों के अभिलेख पूर्ण नहीं होंगे उन्हे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
यूपीटीईटी परीक्षा 2022 पर एक नजर
शहर में बने परीक्षा केन्द 99
पहली पाली में अभ्यर्थी 47,349
दूसरी पाली में अभ्यर्थी 33,255
परीक्षा से कितने समय पूर्व तक प्रवेश 30 मिनट
28 नवम्बर को स्थगित हुई थी यूपीटीईटी परीक्षा
23 जनवरी से पूर्व यूपीटीईटी परीक्षा बीती 28 नवम्बर को थी। जिसे पहली पाली शुरू होने के कुछ देर बाद ही स्थगित कर दिया गया था। प्रदेश के तीन शहरों में टीईटी का पर्चा लीक हो गया था। सोशल साइट पर पर्चा लीक होने के बाद शासन ने तत्काल परीक्षा को स्थगित कर जल्द ही परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की थी। इसके बाद 23 जनवरी को परीक्षा प्रस्तावित की गई।