पिछले कई दिनों से चल रही बर्फीली हवा से ठिठुर रहे लोगों को फिलहाल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने बरेली समेत पहाड़ों से सटे मैदानी इलाकों में येलो अलर्ट जारी कर दिया है। कड़ाके की ठंड की चेतावनी देते हुए प्रशासन को बचाव के इंतजाम करने का सुझाव दिया है। कृषि विभाग ने बारिश या ओले गिरने से फसल बर्बाद होने पर तत्काल हेल्पलाइन पर सूचना देने को कहा है
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के तहत अगले चार दिनों तक कड़ाके की ठंड का पूर्वानुमान है। रविवार को अनुकूल माहौल बनने पर बारिश के साथ ओले गिरने की आशंका है। अन्य दिनों में भी हल्की बारिश होने का दावा किया गया है। आंचलिक मौसम अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. जेपी गुप्ता के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों पर बने उच्च वायुदाब से निम्न वायुदाब की ओर बर्फीली हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं, लिहाजा मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। इसके फिलहाल जारी रहने के आसार हैं।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि मौसम विभाग ने अब येलो अलर्ट जारी कर मौसम के और खराब होने का संकेत दिया है। उन्होंने हवाओं की दिशा बदलने से पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव मैदानी इलाकों में कम होने के बाद ही ठंड से कुछ हद तक राहत मिलने का अनुमान जताया है। कहा, हवा की तीव्रता छह से आठ किमी प्रति घंटा रिकॉर्ड हो रही है जो सामान्य से अधिक है। पहाड़ों से आ रही सर्द तेज हवा ठिठुरन का एहसास करा रही हैं
जिले में खंडवर्षा का सिलसिला रहा जारीशनिवार सुबह अनुकूल माहौल बनने के साथ ही 0.2 एमएम बारिश हुई। दोपहर में आसमान साफ रहा और हल्की धूप निकली पर बर्फीली हवाओं के चलते बेअसर रही। लोग ठिठुरते नजर आए। अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट रिकॉर्ड की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम यानी 16.1 डिग्री और न्यूनतम सामान्य के करीब 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नमी सौ फीसदी रही।
मौसम के पलटी मारने से किसानों को राहतखेतों में सिंचाई के लिए परेशान हो रहे किसानों को सर्द मौसम ने काफी राहत पहुंचाई है। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी के मुताबिक, सर्द मौसम गेहूं, सरसों, चना, मटर आदि की फसलों के लिए संजीवनी की तरह है। इससे सिंचाई की कम जरूरत होगी और दाने भी भरेंगे। हल्की बारिश से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा मगर तेज बारिश, ओले गिरने से फसल बर्बाद हो सकती है। किसान तत्काल हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें।
मौसम का बदलता मिजाज बना सकता बीमारजिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. राहुल बाजपेयी ने बताया कि पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड, कभी धूप और कभी बारिश के चलते वायरल बीमारियों की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। मौसम में अचानक हो रहे बदलाव से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। ऐसे में वायरल बीमारियां की चपेट में लोग आ सकते हैं। लिहाजा, सभी आयु वर्ग के लोग गर्म कपड़े पहनें, ठंड से बचाव रखें।
बेसहारा लोगों को रैन बसेरों में पहुंचाएंकड़ाके की ठंड का अलर्ट जारी होने के बाद जिला प्रशासन से सभी रैन बसेरों का संचालन कर रहे विभागों के आपसी सामंजस्य से व्यवस्थाएं मुस्तैद रखने के निर्देश दिए हैं। इसमें अलाव, कंबल, रजाई-गद्दे, खाने की सामग्री उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही, रात में गश्त के दौरान रास्ते पर भटक रहे बेसहारा लोगों को रैन बसेरों में ठहरने की व्यवस्था कराने का सुझाव दिया है। ताकि जानमाल की क्षति न हो, सब सुरक्षित रहें।
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