शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ेंगे ड्राप आउट बच्चे: बेसिक शिक्षा विभाग


ज्ञानपुर। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 7 से 14 वर्ष के आउट ऑफ स्कूल (ड्राप आउट) बच्चों को दोबारा स्कूल लाने की मुहिम में ढाई हजार बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। शारदा कार्यक्रम के तहत चिह्नित 2624 बच्चों को 356 स्कूलों में दाखिला कराया गया है। उनके शिक्षण सामग्री के लिए 644 रुपये की दर से 16 लाख 81 हजार से अधिक रकम एसएमसी के खाते में भेजी गई है।

जिले में 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संग 600 से अधिक मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित हैं। इसमें तीन लाख से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। तमाम प्रयास के बाद भी ईंट भट्ठे या अन्य मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से नहीं जुड़ पाते। शिक्षण सत्र 2021 में कोरोना संक्रमण काल के दौरान शारदा अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से छह ब्लॉकों में बच्चों को चिह्नित किया गया। जिसमें 2624 ड्राप आउट बच्चे मिले। चिह्नित आउट ऑफ स्कूल बच्चों को 356 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उनकी उम्र के हिसाब से कक्षा में दाखिला दिया जाएगा। बच्चों के शैक्षणिक स्तर का मूल्यांकन करने के बाद आयु संगत कक्षा के शैक्षणिक स्तर तक लाने के लिये विशेष प्रशिक्षण दी जाएगी।

बच्चों को विशेष प्रशिक्षण उसी विद्यालय परिसर में दिया जायेगा, जहां बच्चा नामांकित किया गया है। विशेष प्रशिक्षण के दौरान कक्षा के अन्य बच्चों के साथ शैक्षणिक और भावनात्मक रूप से जुड़ने योग्य बनाने के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। जो बच्चों का सहयोग करेंगे। ऐसे बच्चों को शिक्षण सामग्री के लिए प्रति छात्र 644 रुपये मिला है। जिसे विभाग की ओर से स्कूल प्रबंध समिति के खाते में भेजा गया है।

आउट ऑफ स्कूल बच्चों को दाखिले के बाद उच्च गुणवत्ता की ब्रांडेड शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। बच्चों को ब्रांडेड पेंसिल, रबर, कटर, कॉपियों, कलर आदि विद्यालय प्रबंध समिति खरीदकर देगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी इसकी समीक्षा करेंगे। बच्चों को घटिया सामग्री मिलने पर विद्यालय प्रबंध समिति के सचिव और सदस्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।