गणित, विज्ञान का फर्जी पर्चा वायरल करने पर मुकदमा, 6742 विद्यार्थियों ने छोड़ा हाईस्कूल अंग्रेजी का इिम्तहान

प्रयागराज : यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट गणित और हाईस्कूल विज्ञान विषय का फर्जी प्रश्नपत्र वाट्सएप पर वायरल करने के मामले में अब मोबाइल नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की तहरीर पर सिविल लाइंस पुलिस ने धोखाधड़ी तथा आइटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा वर्ष 2022 के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया है। इस कंट्रोल रूम के वाट्सएप नंबर पर सोमवार चार अप्रैल की सुबह 7:30 बजे वाट्सएप नंबर से मैसेज मिला। उसमें इंटर गणित प्रश्नपत्र कोड संख्या-334 वीआइ और हाईस्कूल विज्ञान प्रश्नपत्र कोड संख्या-824 एनपी के लीक होने की सूचना दी गई। जांच में पाया गया कि दोनों प्रश्नपत्र उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से संबंधित ही नहीं हैं। दोनों प्रश्नपत्र संकेतांक फर्जी हैं। इसके बाद भ्रामक सूचना फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का फैसला लिया गया। सिविल लाइंस पुलिस प्रभारी का कहना है कि लिखित शिकायत मिलने पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है।


26 नकलची पकड़े गए, ढाई लाख से अधिक ने छोड़ी परीक्षा राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षा नकलमुक्त कराने को लेकर बरती जा रही सख्ती का प्रदेशभर में असर दिखा है। बुधवार को दो पालियों में हुई परीक्षा में 26 नकलची पकड़े गए। इसमें एक परीक्षार्थी को दूसरे के स्थान पर इम्तिहान देते पकड़ा गया। वहीं, प्रदेशभर में दो लाख 58 हजार 124 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दिया। यूपी बोर्ड ने पहली पाली में हाईस्कूल की अंग्रेजी विषय और इंटर की व्यवसायिक वर्ग की परीक्षा आयोजित की। पहली पाली में 26,91,278 विद्यार्थी पंजीकृत थे। परीक्षा में 24,36628 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। अनुपस्थित विद्यार्थियों की संख्या 2,54,650 रही। दूसरी पाली में इंटर की कंप्यूटर, कृषि, वनस्पति विज्ञान द्वितीय प्रश्न पत्र व कृषि अर्थशास्त्र की परीक्षा हुई। इसमें 58,800 छात्र-छात्राओं का पंजीकरण था, लेकिन 55,326 शामिल हुए।



यूपी बोर्ड में बुधवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल की अंग्रेजी की परीक्षा कराई गई। इसमें कुल 84109 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इसमें से 6742 ने प्रश्नपत्र छोड़ दिया। मात्र 77367 विद्यार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। इसी पाली में इंटर मीडिएट की फल एवं खाद्य संरक्षण पाकशास्त्र, परिधान रचना एवं सज्जा, धुलाई तथा रंगाई बेकिंग तथा कन्फेक्शनरी टेक्सटाइल डिजाइन, बुनाई तकनीक नर्सरी शिक्षण का प्रशिक्षण एवं शिशु प्रबंध पुस्तकालय विज्ञान, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्मिक, रंगी फोटोग्राफी रेडियो एवं रंगीन टेलीविजन आटोमोबाइल्स सहित कई व्यावसायिक पाठ्यक्रम की परीक्षा हुई। इस पाली में 495 विद्यार्थियों को परीक्षा देने पहुंचना था लेकिन 464 ने ही परीक्षा दी। दूसरी पाली में हाईस्कूल के किसी विषय की परीक्षा नहीं थी। इंटर मीडिएट की कंप्यूटर, कृषि वनस्पति विज्ञान द्वितीय प्रश्नपत्र, कृषि अर्थशास्त्र का सप्तम प्रश्नपत्र की परीक्षा हुई। इसमें 804 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इसमें से 56 ने पेपर छोड़ दिया। परीक्षा देने के लिए 746 परीक्षार्थी ही पहुंचे। वाह्य केंद्र व्यवस्थापक को चेतावनी : बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए सचल दस्तों ने सक्रियता बढ़ा दी है। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि बुधवार को प्रथम पाली की परीक्षा में कई केंद्रों का निरीक्षण किया गया। हाईस्कूल अंग्रेजी की परीक्षा के दौरान आदर्श इंटरमीडिएट कालेज मैलहन में वाह्य केंद्र व्यवस्थापक महेंद्र कुमार को चेतावनी दी गई कि परीक्षा ड्यूटी में किसी तरह की लापरवाही न की जाए। चार अप्रैल को श्रीमती लक्ष्मी कुमारी सुरेश चंद्र जायसवाल इंटर कालेज घोबहा में वाह्य केंद्र व्यवस्थापक कृष्ण कुमार के अनुपस्थित मिलने पर निलंबित किया जा चुका है।