मुक्त विश्वविद्यालय से पढ़ाई हुई महंगी

प्रयागराज। सूबे के इकलौते उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से पढ़ाई अब महंगी हो गई है। नए शैक्षिक सत्र में दाखिला लेने वालों को बढ़ी फीस भरनी होगी।


एक ओर जहां पीएचडी (शोध करने) की फीस दोगुनी हो गई है, वहीं स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के शुल्क में 12 से 21 फीसदी तक इजाफा किया गया है। नए शैक्षिक सत्र में पीएचडी, बीएड, एमसीए और एमबीए में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यूजी, पीजी और डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन 25 जून से शुरू करने की तैयारी है। इस बार मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से शैक्षिक सत्र 2022-23 में पीएचडी, डिग्री, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट समेत 126 पाठ्यक्रमों में प्रवेश होंगे।

पीएचडी की फीस 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपये वार्षिक कर दी गई है। एमबीए का शुल्क 16,200 से बढ़ाकर 18,200 (12.3 फीसद बढ़ोतरी) और एमसीए का 15,200 से बढ़ाकर 17,200 (13.15 फीसद बढ़ोतरी) किया गया है। इसी प्रकार बीएड की फीस 16,200 से बढ़ाकर 18,500 रुपये (14.2 फीसद इजाफा) की गई है। बीए की फीस 3700 से 4500 (21.6 फीसद का इजाफा) और एमए की 7200 से 8500 रुपये (18 फीसद बढ़ोतरी) सालाना की गई है। छात्रों को इसी साल से बढ़ी फीस जमा करनी होगी।


डिप्लोमा कोर्स की नहीं बढ़ी फीस
मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से डिप्लोमा करने वाले छात्रों के लिए राहत है। क्योंकि डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का शुल्क नहीं बढ़ाया गया है।

कार्य परिषद से मंजूरी के बाद पीएचडी, यूजी, पीजी कोर्स की फीस बढ़ा दी गई है। डिप्लोमा का शुल्क यथावत है।

डॉ. ज्ञान प्रकाश यादव, प्रवेश प्रभारी, मुक्त विश्वविद्यालय।