साली का मोबाइल चुराना शिक्षक को पड़ा महंगा, महानिदेशक के निर्देश पर निलंबित

स्कूल शिक्षा के महानिदेशक के निर्देश पर आगरा जिले के परिषदीय विद्यालयों में 18 से 23 जुलाई तक बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। गैरहाजिर होने पर 25 शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का संबंधित दिन का वेतन व मानदेय बीएसए की ओर से रोक दिया गया है। वहीं, साली के मोबाइल चोरी के आरोप में जेल भेजे गए शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।  




बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी का कहना है कि निरीक्षण के दौरान विभिन्न ब्लाकों के 08 शिक्षक, 02 प्रधानाध्यापक, 12 शिक्षामित्र और 03 अनुदेशक अनुपस्थित मिले थे। इनमें दो लोग शमसाबाद ब्लॉक, छह फतेहाबाद, पांच खेरागढ, तीन एत्मादपुर, दो फतेहपुर सीकरी, चार अछनेरा, दो अकोला और एक बिचपुरी ब्लाक में तैनात हैं। वहीं, साली के मोबाइल चोरी के आरोप में जेल गए फतेहाबाद के सिलावली प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक रामनिवास को निलंबित किया गया है। शिक्षक के खिलाफ रकाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। 
स्पष्टीकरण न देने पर दूसरा नोटिस 
मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन के निर्देश पर किए गए परिषदीय स्कूलों के निरीक्षण में 596 शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुपस्थित पाए थे। बीएसए ने नोटिस जारी कर सभी से स्पष्टीकरण मांगा था। अधिकतर ने अभी तक स्पष्टीकरण नहीं दिया है, उन्हें दूसरा नोटिस जारी किया गया है।

मध्यावकाश में बदलाव का आदेश वायरल 
मंगलवार को बीएसए का एक आदेश वायरल हुआ, इसमें परिषदीय स्कूलों के मध्यावकाश का समय दोपहर 12:00 से 12:30 बजे दिया गया था। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री ने मध्यावकाश के समय में बदलाव पर आपत्ति जताई। शासन की ओर से निर्धारित समय सुबह 10:30 से 11:00 बजे करने की मांग की। वहीं, बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी का कहना है कि शासन की ओर से निर्धारित समय के अनुरूप ही मध्यावकाश होगा। उन्होंने बदलाव का कोई आदेश नहीं किया है।