विद्यालय में खामियां मिलने पर प्रधानाध्यापक का वेतन रोका


 गाजीपुर। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को शिक्षा क्षेत्र देवकली के प्रा. विद्यालय नैसारा प्रथम प्राथमिक विद्यालय नैसारा द्वितीय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय सारा का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय सारा प्रथम में नवीन विद्यालय भवन का निर्माण चल रहा था, जो मानक के अनुरूप नहीं था तथा फर्श में टाइल्स भी नहीं लगी थी। इसके लिए भवन प्रभारी प्रधान अध्यापक का वेतन अनियमितताएं दूर होने तक रोक दिया। 

बीएसए हेमंत राव ने बताया कि प्रा विद्यालय सारा प्रथम में 105 छात्रों के नामांकन के सापेक्ष महज 37 छात्र उपस्थित थे जबकि 12 से 15 सितंबर में एमडीएम रजिस्टर पर छात्र-छात्राओं की संख्या क्रमशः 67 65, 68 एवं 71 दर्शाई गई थी। साथ ही अध्यापकों द्वारा शिक्षक संदर्शिका, रेमेडियल टीचिंग एवं दीक्षा एप द्वारा पठन-पाठन नहीं किया जा रहा था। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से विद्यालय के सभी स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा गया।


उन्होंने बताया कि प्रा. विद्यालय नेसारा द्वितीय के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में 107 नामांकन के सापेक्ष 57 छात्र उपस्थित थे।

पाए गए प्रधानाध्यापक से वार्ता के क्रम में यह पाया कि निपुण भारत की संप्राप्ति के लिए निपुण भारत के लक्ष्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। विद्यालय में शिक्षक डायरी, लेसन प्लान, साप्ताहिक लक्ष्य एवं दीक्षा एप का निरंतर प्रयोग नहीं करते हैं। इसके लिए प्रधानाध्यापक का वेतन कमिया दूर होने तक रोक दिया तथा विद्यालय के सभी स्टाफ से स्पष्टीकरण भी मांगा।

यहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय नैसारा में103 नामांकन के सापेक्ष 56 छात्र उपस्थित थे। यहां भी शिक्षक डायरी, लेसन प्लान, साप्ताहिक लक्ष्य एवं दीक्षा एप का निरंतर प्रयोग नहीं किया जाना मिला। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उन्होंने विद्यालय के सभी स्टॉफ से स्पष्टीकरण मांगा।