कोर्ट ने लगाई शिक्षिका की गिरफ्तारी पर लगी रोक, जानें क्या है मामला

 

रायबरेली सेंट पीटर्स स्कूल के छात्र यश सिंह मौर्य की मौत के मामले में पुलिस आरोपी प्रधानाचार्य और शिक्षिका को एक सप्ताह बाद भी खोज नहीं पाई है। केस दर्ज होने के बाद दोनों की गिरफ्तारी के नाम पर पुलिस महज हाथ पैर मारती रही। इधर आरोपी शिक्षिका को फिलहाल हाईकोर्ट से राहत मिल गई है।


हाईकोर्ट ने टीचर की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए आरोपी शिक्षिका को विवेचना में पूरा सहयोग देने को कहा है। बछरायों के रोगों गांव निवासी यश सिंह मौर्य (12) सेंट पीटर्स स्कूल में कक्षा सात का छात्र था। शिक्षिकाओं के उत्पीड़न के चलते उसने खुदकुशी कर ली थी। सेंट पीटर्स स्कूल की प्रधानाचार्य रजनाई डिसूजा और शिक्षिका मोनिका मागों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। शनिवार को इस मामले में पुलिस ने बिहार प्रांत के नरकटिया पश्चिमी चंपारण निवासी रवि जोबल टूडू को गिरफ्तार कर लिया था क्योंकि घटना वाले दिन स्कूल के फादर आरपी डिसूजा के न रहने पर स्कूल संचालन की जिम्मेदारी रवि के पास ही थी। घटना के बाद से पीड़ित परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है।


आरोपी प्रधानाचार्य और शिक्षिका तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी शिक्षिका मोनिका मागो ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। इस पर हाईकोर्ट ने केस के सूचीबद्ध होने अथवा पुलिस जांच रिपोर्ट दाखिल होने तक आरोपी शिक्षिका की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। सीओ सदर चंदना सिंह ने बताया कि छात्र की मौत के मामले में आरोपी प्रधानाचार्य व शिक्षिका की तलाश की जा रही थी। शिक्षिका की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट के रोक लगाने की जानकारी हुई है, लेकिन अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है।