लखनऊ। उच्च शिक्षा के संस्थानों में परीक्षा के समय पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर संदिग्ध केन्द्रों पर ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। परीक्षा के दौरान किसी भी अनियमितता पर संबंधित अधिकारी या शिक्षक की जवाबदेही तय होगी। यह जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने विभागीय बैठक के दौरान दी।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय व महाविद्यालय तकनीक के प्रयोग को प्रोत्साहित करें। प्रमाण-पत्रों के संरक्षण के लिए डिजिलॉकर के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करें। विश्वविद्यालय नकल विहीन परीक्षा के पुख्ता इंतजाम करें।