वर्ष के अंत तक हो पाएगी सिपाही भर्ती की परीक्षा, ट्रेनिंग की क्षमता और बढ़ाने के चल रहे प्रयास


वर्ष के अंत तक हो पाएगी सिपाही भर्ती की परीक्षा

★ दारोगा भर्ती के सफल अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण अभी शेष

★ ट्रेनिंग की क्षमता और बढ़ाने के चल रहे प्रयास


लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड इस वर्ष लगभग 40 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरंभ करेगा। सबसे बड़ी भर्ती आरक्षी की होगी। इनमें आरक्षी पुलिस के 26210 तथा आरक्षी पीएसी के 8540 पदों पर भर्ती होनी है। प्रदेश के पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में अभी ट्रेनिंग की क्षमता कम होने के चलते सिपाही भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को थोड़ा इंतजार जरूर करना पड़ेगा। सिपाही भर्ती की प्रक्रिया आरंभ हो गई है लेकिन, आनलाइन लिखित परीक्षा इस वर्ष के अंत तक होने की उम्मीद है।

भर्ती बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि जल्द कुशल खिलाड़ी भर्ती संपन्न हो जाएगी। इसके साथ ही मृतक आश्रित में दारोगा भर्ती का परिणाम भी इसी माह जारी करने की तैयारी है। इसके उपरांत नई भर्ती की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। वर्तमान में मुख्य आरक्षी से प्रोन्नति पाने वाले नौ हजार से अधिक प्रशिक्षु उप निरीक्षकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया चल रही है।

वहीं प्रशिक्षण निदेशालय बीते दिनों लगभग नौ हजार पदों पर हुई उप निरीक्षक भर्ती-2022 के सफल अभ्यर्थियों का आधारभूत प्रशिक्षण जल्द आरंभ कराने की तैयारी में है। पर्याप्त प्रशिक्षण क्षमता न होने के चलते पूर्व में अभ्यर्थियों को दूसरे राज्यों में भी ट्रेनिंग कराई जाती रही है।

प्रदेश में पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों की क्षमता 5650 है। जिसे अब बढ़ाकर 11500 किया गया है। साथ ही सुलतानपुर व जालौन में दो नए प्रशिक्षण संस्थान भी खोले गए हैं। हालांकि इसके बावजूद अभी सिपाही के 34 हजार से अधिक पदों पर भर्ती के बाद सफल अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण बड़ी चुनौती होगा। शासन पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों की क्षमता बढ़ाने का प्रयास लगातार कर रहा है। वहीं इस वर्ष फायरमैन के 1007 पदों व जेल वार्डर के 1582 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा संपन्न कराने में भर्ती बोर्ड को वक्त लग सकता है।