स्कूल में महज 2 बच्चे मिलने पर बीएसए ने जताई नाराजगी, माँगा स्पष्टीकरण


बावन/ हरदोई। ब्लॉक बावन में शिक्षा व्यबस्था बेपटरी है। कही विद्यालय में शिक्षक नही मिलते तो कही स्कूलों में बच्चे ही नही पढ़ने आते। बीएसए डॉ विनीता के द्वारा सोमवार को किये स्कूलों के निरीक्षण में विधालयो की पोल खुल गयी। बीईओ के कार्यालय के पड़ोस में स्थिति जूनियर हाइ स्कूल में मात्र 2 बच्चे पढ़ते मिले। कम बच्चे मिलने और मिड डे मील न बनने पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई।


बेसिक स्कूलों में वस्तुस्थिति का निरीक्षण करने के लिए बीएसए डॉ. विनीता ने बीआरसी के पड़ोस में स्थित जूनियर हाईस्कूल का निरीक्षण किया। जहां पर 2 बच्चे मिलने पर नाराजगी जताई। यही हाल बवनापुर के स्कूल का था। यहां पर मात्र एक बच्चा ही विद्यालय में उपस्थित मिला। रामापुर रहोलिया में मात्र 10 बच्चे, धन्योली का निरीक्षण किया। धन्योली में प्रधानाध्यापक व दो शिक्षामित्र गायब मिले। निरीक्षण में शिक्षा व्यवस्था बेपटरी मिली। जिस पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई। सभी शिक्षकों को फटकार लगाई। सभी से जबाब तलब किये जाने की बात कही। खास बात यह रही कि मिड्डे मील खाने वाले बच्चों की संख्या मौके पर उपस्थित बच्चों की संख्या से कई गुनी अभिलेखों में दर्ज थी।


बीएसए ने कई स्कूलों में गड़बड़ी मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। विभागीय सूत्र बताते है कि बावन ब्लॉक में बीईओ के ध्यान न देने से शिक्षक मनमानी करते हैं। स्कूलों में शिक्षक समय से नही आते हैं। कुछ शिक्षक तो सेटिंग से नौकरी कर रहे हैं। ऐसे लोग कभी भी विद्यालय नही आते हैं। बहुत से शिक्षक तो बीआरसी पर बेवजह बैठे रहते हैं।