बर्खास्त शिक्षकों पर एफआईआर नहीं, कैसे रिकवर हो वेतन


लखनऊ: बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालयों में कूटरचित दस्तावेजों पर नौकरी हासिल करने गुरुजनों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि अभी भी काफी संख्या में ऐसे शिक्षक है जिनको बर्खास्त किया गया लेकिन एफआईआर नहीं दर्ज कराई जा सकी है। इसके चलते ऐसे शिक्षकों से वेतन रिकवरी की कार्रवाई नहीं हो पा रही है 72 हजार शिक्षक भर्ती में सबसे अधिक सहायक अध्यापक जिले के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति हुई है।






जालसाजों ने विभाग को मिलीभगत से कूटरचित दस्तावे से अपनी पर्ती करा ली और योग्य उम्मीदवार चयन से बाहर हो गए। नियुक्ति में भ्रष्टाचार के बड़े पैमाने पर आशंका देख शासन के निर्देश पर एसटीएफ ने जांच शुरू किया। इसमें बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश में फर्जी शिक्षक मिले महराजगंज, गोडा, देवारिया हरदोई लखीमपुर, कानपुर देहात बस्ती हाथरस मिर्जापुर जालौन उन्नाव सहित जिले है जहाँ शिक्षक पकड़े गये उनको बचत तो किया गया लेकिन एफआईआर दर्ज नही हुई है ।