यूपी में श्रमिकों के बच्चों का भविष्य संवारने के लिए योग्य शिक्षकों की तलाश, रिटायर्ड़ शिक्षकों को मिलेंगे 65 हजार


प्रदेश सरकार की अभिनव पहल के तहत श्रमिक वर्ग के होनहार बच्चों का भविष्य संवारने के लIय को लेकर स्थापित किये जा रहे अटल आवासीय विद्यालय (एएवी) को काबिल शिक्षकों की तलाश है। शिक्षक विभिन्न विषयों के लिए चाहिए। शिक्षकों को अनुबंध पर रखने की तैयारी है। एएवी में पढाई की शुरुआत सत्र २०२३–२४ से ही की जानी है और संबंधित शिक्षकों को फिलहाल एक साल के अनुबंध पर रखा जायेगा। प्रवेश प्रक्रिया से संंबंधित गतिविधियां भी आरंभ कर दी गई हैं। प्रवेश परीक्षा के अनुसार मेरिट के आधार पर दिये जायेंगे। एवीवी निशुल्क आवासीय सीबीएसई से संबद्ध विद्यालय होगा॥।



लखनऊ में सिथौलीकलां में बन रहा विद्यालयः–

एवीवी की शुरुûआत प्रदेश के सभी १८ मंड़लों में एक–एक विद्यालय से की जा रही है। आगे चलकर जिला स्तर पर इन विद्यालयों की स्थापना प्रस्तावित है। सभी मंड़लों में विद्यालयों के आधारभूत ढाचा लगभग तैयार कर लिया गया है। लखनऊ मंड़ल में एवीवी की स्थापना मोहनलालगंज क्षेत्र में सिथौलीकलां में की जा रही है। ॥

रिटायर्ड़ शिक्षकों को मिलेंगे 65 हजारः–

एवीवी में नियुक्त किये जाने वाले प्रतिष्ठित विद्यालयों से रिटायर शिक्षकों को प्रति माह ६५ हजार पारिश्रमिक पर रखा जायेगा। जवाहर नवोदय विद्यालय‚ सैनिक स्कूल‚ केन्द्रीय विद्यालय‚ माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र व अन्य शिक्षा बोड़रें से जुड़े़ सरकारी व पब्लिक स्कूलों के रिटायर शिक्षक एवीवी में शिक्षक बनने को आवेदन कर सकते हैं। एवार्ड़ी रिटायर शिक्षकों को प्राथमिकता दी जायेगी। ऑनलाइन आवेदन ३१ मई तक किये जाने हैं। ३० जून २०२३ को उम्र ६५ वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। सभी एवीवी एक–एक प्रशासनिक अधिकारी पद पर भी गजेटेड़ रैंक के पूर्व रक्षा कर्मियों की नियुक्ति भी जानी है‚ जिनकी उम्र निर्धारित तारीख को ५० वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।

प्रशासनिक अधिकारियों का वेतन १.०५ लाख प्रतिमाह होगा

प्रदेश में हैं करीब १ करोड़़ पंजीकृत श्रमिकः– एवीवी का संचालन श्रम विभाग के अधीन कार्यरत उप्र सन्निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड़ द्वारा स्थापित श्रमिक कल्याण फंड़ से किया जायेगा। इसमें कम से कम तीन साल से पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को प्रवेश देना तय किया गया है॥। सरकार ने इसके अलावा कोविड़–१९ महामारी से जाने गंवाने वाले लोगों के बेसहारा बच्चों को एवीवी में प्रवेश देने को मंजूरी दी है। यहां प्रवेश पाने वाले बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय की तर्ज पर उत्तम शिक्षा‚ रहने‚ भोजन सहित अन्य शैक्षिक व सहयोगी सुविधाएं पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध होगी।

उम्मीद की जानी चाहिए कि एवीवी श्रमिक व बेसहारा बच्चों के जीवन सहित उनके परिवार में नया सबेरा लायेगा। प्रदेश में पंजीकृत श्रमिकों की संख्या करीब १ करोड़़ है॥। ॥ अटल आवासीय विद्यालयों की शुरुआत से श्रमिक परिवारों का भविष्य होगा रोशन इसी सत्र से पढाई शुरू करने के लिए शिक्षक–स्टाफ की भर्ती संग प्रवेश गतिविधियां शुरू॥