कवायद: बेसिक शिक्षा विभाग को अब आई अध्यापकों की पदोन्नति की याद


अब आई अध्यापकों की पदोन्नति की याद
● जो रिक्त पदों की सूचनाएं तलब की गई थी वह 17 जिलों से ही प्राप्त हो सकीं ● सूचनाएं न मिलने के चलते ही शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हो पा रही थी
बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरे एक माह बाद शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करने के लिए उठाने जा रहा कदम

लखनऊ । बेसिक शिक्षा विभाग को पूरे एक माह बाद शिक्षकों की पदोन्नति पूरी करने की याद आई है। 16 मई तक प्रदेश भर के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से शिक्षकों के रिक्त पदों से जुड़ी सारी सूचनाएं मांगी थी। तब से न कोई कदम उठाया गया, न र्कोई आदेश -निर्देश जारी किए गए। अलबत्ता जो सूचनाएं जिलों के बीएसए से मांगी गई थी वह 17 जिलों से ही मिल सकी। इससे उच्च स्तर पर नाराजगी भी बढ़ी जिसके परिणामस्वरूप सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को कड़ा पत्र भेजकर चेतावनी दे गई है कि वे तय समय के भीतर निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो कार्रवाई होगी। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से सभी बीएसए को प्रोफार्मा के साथ पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं वे संलग्न प्रोफार्मा पर रिक्त पदों से जुड़ी सारी जानकारियां भर एक दिन में भेज दें।




पूर्व में मात्र 17 जिले ही अपने यहां के रिक्त पदों के बारे में पूरी रिपोर्ट भेज सके थे। इन जिलों में बाराबंकी, बिजनौर, गोरखपुर, कानपुर नगर, कासगंज, रामपुर, संभल, बहराइच, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, फतेहपुर, कौशाम्बी, सीतापुर तथा सहारनपुर के नाम शामिल हैं।