पिटाई से सहमा बच्चा रातभर नहीं सोया, स्कूल की मान्यता खत्म करने को भेजा नोटिस


मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर के खुब्बापुर गांव में चल रहे नेहा पब्लिक स्कूल की मान्यता प्रत्याहरण का नोटिस बीएसए ने स्कूल प्रबंधक को भेजा है। स्कूल की मान्यता की समयाविध 2022 पूरी हो चुकी थी। इसके बाद से बिना रिन्यूअल के ही स्कूल चल रहा था। बीएसए ने जांच में मानक के अनुरूप स्कूल न चलते हुए न पाए जाने एवं मान्यता रिन्यूअल न कराने पर मान्यता निरस्त करने से पूर्व नोटिस भेजा है। नोटिस के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी।


मुजफ्फरनगर/मंसूरपुर, वरिष्ठ संवाददाता। स्कूल में दूसरे छात्रों से चांटा खाने से बच्चा जितना सहमा, उससे ज्यादा शनिवार को हुए घटनाक्रम से दहशत में आ गया। शनिवार को घर पर दिनभर चले हाई वोल्टेज ड्रामे से सहमा बच्चा रातभर सो नहीं सका। परिजनों ने रविवार को उसे मेरठ के डॉक्टर को दिखाया, डॉक्टर ने बच्चे की काउंसिलिंग की।

उधर, पिता द्वारा स्कूल से बच्चे का नाम कटवाने पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने गांव के ही सरकारी स्कूल में उसे पढ़ाने एवं सभी सुविधाएं दिलाने की बात कही है। उधर, बाल कल्याण समिति भी पीड़ित बच्चे की काउंसिलिंग करने में लगी है।

मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर क्षेत्र के खुब्बापुर के निजी स्कूल में हुए पिटाई प्रकरण में पीड़ित छात्र की काउंसिलिंग बाल कल्याण समिति लगातार कर रही है, लेकिन बच्चे के पिता इरशाद ने बताया कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। शनिवार रातभर उसे नींद नहीं आई। सुबह उसे मेरठ में डॉक्टर के पास भेजा गया। बच्चे के घर दूसरे दिन भी लोग पहुंचते रहे लेकिन बच्चा घर पर नहीं था। बच्चे के गांव से बहर जाने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। कोई बता रहा था कि बच्चे को दिल्ली में एक राजनीतिक दल के नेता ने बुलवाया है तो कोई कह रहा था कि बच्चे को जानबूझकर घर से दूर भेज दिया गया है। बच्चे के पिता इरशाद ने इन सब चर्चाओं को बेकार बताते हुए कहा कि बच्चे को मेरठ डॉक्टर के पास भेजा गया था। मेरठ में किस चिकित्सक को दिखाया गया वह यह नहीं बता सके। उधर पिता ने बच्चे का नाम स्कूल से कटवा लिया है