अब सरकारी स्कूलों में शिक्षक और छात्र टैबलेट पर चेहरा दिखाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। फेशियल रिकग्निशन तकनीक के प्रयोग से उपस्थिति लगाने की व्यवस्था होगी।
परिषदीय स्कूलों व सरकारी माध्यमिक स्कूलों दोनों में इसके इंतजाम किए जाएंगे। पहले चरण में 1.36 लाख परिषदीय स्कूलों में 2.09 लाख टैबलेट जल्द देने की तैयारी की जा रही है। आगे माध्यमिक स्कूलों में भी इसे दिया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में 1.91 करोड़ विद्यार्थियों और 6.10 लाख शिक्षकों की उपस्थिति पारदर्शी ढंग से दर्ज की जा सकेगी। कितने विद्यार्थियों ने मिड-डे मील खाया, इसका रियल टाइम डाटा विभाग के पास उपलब्ध हो सकेगा। वहीं अन्य योजनाओं का लाभ भी उन्हें देना आसान होगा। अगर स्कूलों में विद्यार्थियों का फर्जी मूल्यांकन दिखाया जा रहा है तो वह सामने आएगा।
जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या कम है, वहां संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। परिषदीय स्कूलों में आपरेशन कायाकल्प के तहत बेहतर संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। बीते छह वर्षों में 40 लाख से अधिक विद्यार्थी इन स्कूलों में बढ़े हैं। अगले महीने टैबलेट वितरण की तैयारी की जा रही है। स्कूलों के 12 तरह के रजिस्टर पहले ही डिजिटल किए जा चुके हैं। अब आगे उपस्थिति भी आनलाइन दर्ज होगी।
इसी तरह माध्यमिक स्कूलों में 46 लाख विद्यार्थी व 90 हजार शिक्षक हैं। यहां शिक्षकों की अभी बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की जा रही है। अब आगे यहां भी टैबलेट पर चेहरा दिखाकर उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था होगी।