सहायक अध्यापकों को 17140 मूल वेतन मिलने की उम्मीद तेज, पदोन्नति पाए बेसिक शिक्षकों का विवरण माँगा, इतना मिलेगा लाभ


उन्नाव,। जनपद के शिक्षकों को जल्द 17140 मूल वेतन का लाभ मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। हाईकोर्ट में वाद दायर होने के बाद बीएसए द्वारा सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगी गई डिटेल पर इस उम्मीद के पूरे होने की संभावनाएं दिख रही है। दावा किया जा रहा है कि 1 जनवरी 2006 से 31 दिसंबर 2015 तक पदोन्न्नति पाने वाले करीब दो हजार प्राथमिक के प्रधानध्यापक और जूनियर के सहायक अध्यापक मूल वेतन पाने के हकदार हो सकते हैं।




पदोन्नति की तिथि से छठे वेतन का लाभ लेने के विकल्प चयन करने की सुविधा शिक्षकों को सरकार ने 9 जून 2014 के आदेश में दी थी। लेकिन अधिकारियों द्वारा अधूरी व्याख्या कर यह सुविधा एक जनवरी 2006 से एक दिसंबर 2008 के बीच पदोन्नति प्राप्त अध्यापकों को ही उपलब्ध कराई गई।


जबकि, यह सुविधा एक जनवरी 2006 के पूर्व नियुक्त व एक दिसंबर 2008 के बाद पदोन्नत अध्यापकों के लिए भी उपलब्ध थी। ऐसे में एक दिसंबर 2008 के बाद पदोन्नति प्राप्त अध्यापकों को भी विकल्प की सुविधा दिलाने के लिए शिक्षक संघों ने जिले से लेकर शासन तक कमर कसी थी।

परिषदीय शिक्षकों को छठे वेतनमान में किसी भी पद पर पदोन्नति के बाद ग्रेड पे पर पदोन्नति प्राप्त शिक्षकों का मूल वेतन के अनुसार तनख्वाह जा रही है। लेकिन 2012 में वित्त नियंत्रक बेसिक शिक्षा परिषद एवं विभाग के अधिकारियों ने प्रस्तर 11 की त्रुटिपूर्ण व्याख्या कर न्यायालय में प्रकरण को उलझा कर पदोन्नति के पद पर ग्रेड पे 4600 के अनुसार निर्धारित न्यूनतम मूल वेतन रुपए 12540 यानी 17140 रुपये के अनुसार निर्धारित वेतन को हटा दिया गया।


जबकि, एक जनवरी 2006 के पूर्व शिक्षकों को न्यूनतम मूल्य वेतन ग्रेड पे के अनुसार दिया जा रहा है। कालांतर में बेसिक शिक्षा विभाग में विज्ञान गणित की सीधी भर्ती के बाद वित्त नियंत्रक के बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश 20 अप्रैल 2016 के द्वारा ग्रेड पे के अनुसार न्यूनतम मूल वेतन देने का पत्र निर्गत किया गया। 15 सितंबर 2015 तक प्रदेश के हजारों शिक्षकों को ग्रेड पे 4600 न्यूनतम वेतन 12540 अर्थात 17140 से वंचित कर दिया गया।



सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से डिटेल मांगी गई है लेकिन अभी मुझे प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही उपलब्ध होंगी। शिक्षकों को 17140 मूल वेतन दिलाने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। अभी यह बताना मुश्किल हैं कि कितने शिक्षक इस लाभ के दायरे में आएंगे।
संगीता सिंह, बीएसए उन्नाव