प्रयागराज। जालसाजों ने यूपी बोर्ड के सचिव का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर विरमपुर (जौनपुर) निवासी राजीव रतन सिंह को जौनपुर के ही पब्लिक इंटर कॉलेज केराकत में क्लर्क के पद पर नियुक्ति का पत्र थमा दिया। शनिवार को जब राजीव रतन कार्यभार ग्रहण करने स्कूल पहुंचे तो ठगी का खुलासा हुआ।
सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने इस मामले में जालसाजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी सिविल लाइंस को पत्र भेजा है। हालांकि सिविल लाइंस पुलिस ने जौनपुर का मामला बताकर केस दर्ज नहीं किया है।
18 जून की तारीख में जारी फर्जी नियुक्ति पत्र के लेटर हेड पर माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड उत्तर प्रदेश लखनऊ लिखा है तो नीचे सचिव के स्कैन हस्ताक्षर में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ छपा है। सचिव ने साफ किया है कि- माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा प्रदेश के विद्यालयों में क्लर्क अथवा किसी अन्य पद पर नियुक्ति नहीं की जाती है।
जो नियुक्ति पत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड, उत्तर प्रदेश लखनऊ के लेटर हेड पर मुद्रित किया गया है वह भी पूर्ण रूप से फर्जी है एवं परिषद कार्यालय द्वारा प्रयुक्त किया जाने वाला लेटर हेड नहीं है।
साथ ही निर्गत फर्जी नियुक्ति पत्र में जो पत्रांक संख्या यूपीएस 821 मुद्रित है वह भी परिषद कार्यालय का पत्रांक नहीं है।