रसोइयों और शिक्षामित्रों के' त्योहार रहेंगे फीके, नहीं मिला मानदेय

 जनपद हापुड़ के परिषदीय सरकारी स्कूलों में कार्यरत रसोइयों को चार माह और शिक्षामित्रों को दो माह से मानदेय नहीं मिल रहा है। जिस कारण शिक्षामित्र और रसोइये आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। शिक्षामित्र एवं रसोइयों ने जल्द मानदेय के भुगतान की मांग उठाई है।




जनपद में 498 परिषदीय सरकारी स्कूल हैं। इन स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों और रसोइयों को समय पर मानदेय नहीं मिल रहा है। शिक्षामित्रों को दो माह से मानदेय नहीं मिल रहा है। जबकि रसोइयों को पिछले चार माह से मानदेय नहीं मिल रहा है। जिस कारण शिक्षामित्र और रसोइये आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। शिक्षामित्रों और रसोइयों ने बताया कि उन्हें बेहद कम मानदेय मिलता है। वो भी समय पर नहीं मिल रहा है। बिना मानेदय त्योहार कैसे मनाएं। जल्द मानदेय मिलना चाहिए। शिक्षामित्र और रसोइयों ने जल्द मानदेय दिलवाने की गुहार लगाई है।


वहीं, बीएसए रीतू तोमर ने बताया कि अभी शासन से ग्रांट नहीं आई है। ग्रांट के लिए डिमांड भेजी गई है। जैसे ही शासन से ग्रांट आ जायेगी। मानदेय शिक्षामित्रों और रसोइयों के खाते में भेज दिया जायेगा।