"बाल दिवस 2023: इस खास मौके पर आप सभी से ये पंडित जवाहर लाल नेहरू के अनमोल विचार साझा करें।"


"बाल दिवस 2023: इस खास मौके पर आप सभी से ये पंडित जवाहर लाल नेहरू के अनमोल विचार साझा करें।"

  1. "बचपन, सपनों का समय होता है, और सपने हमें बड़े बनने का मार्ग दिखाते हैं।"

  2. "शिक्षा ही वह शक्ति है जो आपको अगले स्तर तक ले जा सकती है।"

  3. "बच्चों का हंसना एक खास भाषा है जो हर किसी को समझ आती है।"

  4. "समृद्धि उस समाज की होती है जहां बच्चे खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं।"

  5. "शिक्षा में समाहित सुनिश्चित रूप से समृद्धि की कुंजी है।"

  6. "हर बच्चे की आवश्यकता है उसे सुनने और समझने का हक।"

  7. "बच्चों को शिक्षित बनाना एक समृद्धि भरा भविष्य की बुनियाद रखता है।"

  8. "बच्चों का सही मार्गदर्शन करना हमारी जिम्मेदारी है ताकि वे समर्पित और सफल नागरिक बन सकें।"

  9. "बच्चों को समर्थन, प्रेरणा, और संरचना का सही मिश्रण प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।"

  10. "बचपन को आनंददायक बनाएं, क्योंकि यह हमारे भविष्य का नींव है।"

इन विचारों को साझा करके हम सभी बच्चों के भविष्य को समृद्धि और सफलता की दिशा में मदद कर सकते हैं।


 यहां हम पंडित जवाहर लाल नेहरू के कुछ  विचार बताने जा रहे हैं हैं, जो आपको प्रेरित कर सकते हैं:


1. "वह व्यक्ति जिसे वो सब मिल जाता है जो वो चाहता था, वह हमेशा शांति और व्यवस्था के पक्ष में होता है।"


2. "शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।"


3. "यह मानव जीवन का एक मौलिक नियम है, कि यदि काम करने का तरीका अच्छा है, तो प्रतिक्रिया भी अच्छी होगी।"


4. "अज्ञानता हमेशा बदलाव से डरती है।"


5. "बहुत आसान है केवल सुझाव देना और बाद में उससे होने वाले परिणामों से बचने की कोशिश करना।"


6. "तथ्य, तथ्य हैं और किसी की पसंद से गायब नहीं होते हैं।"


7. "महान विचार और छोटे लोग कभी भी एक साथ नहीं रह सकते।"


8. "सुखी जीवन के लिए शांतिमय वातावरण का होना आवश्यक है।"


9. "दूसरों के अनुभवों से लाभ उठाने वाला बुद्धिमान होता है।"


10. "किसी भी कार्य को लगन और कुशल पूर्वक करने से ही सफलता मिलती है। सफलता तुरंत नहीं मिलती है, सफलता के लिए इंतजार करना पड़ता है।"


11. "हकीकत, हकीकत ही रहने वाली है और आपकी पसंद के अनुसार हकीकत कभी गायब नहीं होती।"


12. "जिंदगी ताश के पत्तों की तरह ही है। जिसे आपको नियतिवाद के हातों से निपटना होगा और अपनी इच्छाओ के मुताबिक खेलना होगा।"


13. "समय को बीते हुए सालों से नहीं गिना जाता बल्कि किसी एक ने उस समय में क्या किया, क्या महसूस किया और क्या हासिल किया, इससे गिना जाता है।"