बरेली, । बेसिक स्कूलों को निपुण का प्रमाण पत्र देने के लिए परीक्षा का आयोजन होगा। डीएलएड प्रशिक्षु चयनित स्कूलों में जाकर कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों का आंकलन करेंगे। रिजल्ट के आधार पर स्कूलों को निपुण घोषित कर शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।
शासन ने वर्ष 2025-26 तक सभी स्कूलों को निपुण घोषित करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। अब डायट प्राचार्य के नेतृत्व में डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से कक्षा एक से तीन तक के बच्चों का निपुण लक्ष्य के आधार पर आंकलन कराया जाएगा। इन स्कूलों का चयन अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) करेंगे। बरेली में इस समय 75 एआरपी काम कर रहे हैं। रोस्टर के आधार पर डीएलएड प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटित होंगे। आंकलन वाले दिन प्रशिक्षु आवंटित स्कूलों में जाएंगे। दो डीएलएड प्रशिक्षु को संयुक्त रूप से दो विद्यालय रोजाना जाना है। इसके बदले में उन्हें प्रति स्कूल 250 रुपये का प्रोत्साहन भत्ता भी दिया जाएगा। कक्षा 1 से 3 के बच्चों के हिंदी और गणित विषयों के निपुण लक्ष्य को हासिल करने वाले विद्यालय निपुण विद्यालय कहलाएंगे।
दिसंबर में होगा निपुण सम्मान दिवस आंकलन के समय उत्तरों को दर्ज करने के बाद निपुण एप पर खुद ही बच्चों के परिणाम आ जाएंगे और यह ज्ञात हो जाएगा कि विद्यालय के कितने बच्चे निपुण हैं। प्रत्येक विद्यालय के प्रत्येक कक्षा के रैंडम रूप से चयनित 12 बच्चों में से न्यूनतम 9 बच्चे निपुण आने पर स्कूल को निपुण घोषित कर दिया जाएगा। आंकलन के बाद दिसंबर में निपुण सम्मान दिवस का आयोजन होगा। इसमें सभी निपुण विद्यालय के शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उन्हें एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
● वर्ष 2025-26 तक सभी बेसिक स्कूलों को निपुण स्कूल घोषित करने का है लक्ष्य● हर एआरपी अपने क्षेत्र के दस स्कूलों का करेगा चयन, बरेली में हैं 75 एआरपी● डीएलएड प्रशिक्षु जाकर करेंगे कक्षा एक से तीन तक के छात्रों का आंकलन
एक स्कूल के 36 छात्रों का होगा आंकलन
कक्षा 1 से 3 के बच्चों के आंकलन के लिए निपुण लक्ष्य एप पर रैंडम बच्चों के नाम प्रदर्शित होंगे। एप पर ही उनका आंकलन किया जाएगा। प्रत्येक डीएलएड प्रशिक्षु एक स्कूल के 36 बच्चों का निपुण लक्ष्य के आधार पर आंकलन करेगा। नामांकित बच्चों की संख्या 36 अथवा इससे कम होने की दशा में सभी का आंकलन किया जाएगा। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इस दौरान कोई शिक्षक अथवा डीएलएड प्रशिक्षु बच्चों को सही उत्तर देने के संबंध में कोई मदद न करे। गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए निपुण लक्ष्य एप में जिओ फेंसिंग की गई है। इसके अतिरिक्त आंकलन तिथि पर स्कूलों में फ्लाइंग स्क्वायड भेजे जाएंगे।