मेडिकल पर हेडमास्टर, घूस नहीं दी तो कर दिया निलंबित


 संतकबीरनगर। बेसिक शिक्षा विभाग की कारस्तानी किसी से छिपी नहीं है। विभाग में तैनात अधिकारी हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। इधर मेंहदावल ब्लॉक में तैनात एक हेडमास्टर का दुर्घटना में पैर फ्रैक्चर हो गया, जिसकी वजह से वह अस्पताल में इलाज करा रहे थे। उसने मेडिकल के लिए आवेदन किया।



शिक्षक का आरोप है कि उससे मेडिकल की एवज में 15 हजार रुपये की मांग की गई, जब नहीं दिए तो बीईओ ने विद्यालय में अनुपस्थिति दिखाकर निलंबित कर दिया। शिक्षक संगठनों की नाराजगी के बाद बीएसए ने पूरे प्रकरण में टीम गठित कर जांच की बात कही है।







मेंहदावल ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय आमडाड में तैनात हेडमास्टर हामिद सुहेल का आरोप है कि चार सितंबर को दुर्घटना में वह घायल हो गए। उसके उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनके पैर की तीन जगह हड्डी टूट गई, जिसकी सर्जरी भी हुई। चिकित्सक ने दो माह के लिए बेड रेस्ट का परामर्श दिया। उन्होंने 12 सितंबर को चिकित्सीय अवकाश के लिए आवेदन किया। बीईओ ने यह लिखते हुए अस्वीकृत कर दिया कि आप पहले आठ दिन अनुपस्थित हैं।



दूसरा आवेदन 13 सितंबर को किया तो बीईओ ने लिखा कि आवेदित अवकाश की अवधि अधिक है। उसे भी अस्वीकृत कर दिया। 15 सितंबर को आवेदन किया तो बीईओ ने लिखा कि बिना किसी सूचना के पांच सितंबर से 12 सितंबर तक अनुपस्थित हैं। चिकित्सा अवकाश अनुमन्य नहीं है। इसके बाद भी आवेदन किया, लेकिन उसे भी स्वीकृत नहीं किया।


आरोप है कि आवेदन स्वीकृत कराने की एवज में 15 हजार रुपये की मांग की जा रही है। इस बीच उन्हें अनुपस्थित दिखाकर निलंबित कर दिया गया। उसने अधिकारियों से अपने निलंबन को बहाल करने की मांग की है।




बीईओ मेंहदावल के कृत्यों की जांच हो : नवीन



राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नवीन त्रिपाठी ने कहा कि मेंहदावल के बीईओ स्वेच्छाचारी रवैया अपना रहे हैं। उन्होंने दुर्घटना में घायल प्रधानाध्यापक का वेतन भी बाधित किया और उनका निलंबन भी करा दिया। दुर्घटना में जिस शिक्षक का पैर टूटा हो, उसी को निलंबित किया जाना कहां का न्याय है। प्रधानाध्यापक ने अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने के सारे प्रमाण दिए थे, फिर भी उनका मेडिकल निरस्त करते हुए उन पर कार्रवाई की गई। संगठन ऐसे सभी मामलों को शासन से अवगत कराएगा।




जो आरोप हेडमास्टर ने लगाए हैं वह बेबुनियाद हैं। मेडिकल अवकाश के लिए देर से सूचना दी थी। वह कभी नहीं मिले हैं। घूस मांगने का आरोप गलत है। हेडमास्टर दबाव बनाना चाहता है। -महेंद्र प्रसाद, खंड शिक्षा अधिकारी, मेंहदावल


मामला संज्ञान में आया है। हेडमास्टर का निलंबन किस आधार पर हुआ है, इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।


-अमित कुमार सिंह, बीएसए