72 साल बाद सरस्वती शिशु मंदिरों में बदलेगी स्कूल ड्रेस, शिशु शिक्षा समिति ने जारी किया सर्कुलर, एक अप्रैल से लागू होगा बदलाव


उत्तरकाशी। विद्या भारती की ओर से संचालित सरस्वती शिशु मंदिरों में 72 साल बाद स्कूल ड्रेस बदलने जा रही है। अप्रैल से शुरू होने वाले आगामी शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए नर्सरी से पांचवीं तक के लिए नई ड्रेस निर्धारित कर दी गई है। शिशु शिक्षा समिति ने इसके लिए सर्कुलर जारी कर दिया है।


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित विद्या भारती ने देश में पहला सरस्वती शिशु मंदिर उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में खोला था। तब से लेकर अब तक सभी विद्यालयों में ड्रेस के तौर पर सफेद कमीज, नीले रंग की पेंट व स्कर्ट व लाल स्वेटर बच्चे पहनते आ रहे हैं। लेकिन अब करीब 72 साल बाद इस ड्रेस में बदलाव किया गया है। जिला निरीक्षक गीता राम पैन्यूली ने बताया कि उत्तरकाशी में 56 सहित प्रदेशभर में करीब 800 सरस्वती शिशु मंदिर हैं। जिनमें लंबे समय से स्कूल ड्रेस में बदलाव नहीं हुआ था। नए दौर में यह बदलाव जरूरी था। इससे नयापन आएगा।


यह रहेगी नर्सरी से यूकेजी की ड्रेस

शिशु शिक्षा समिति उत्तरांचल की ओर से विद्यालयों को जारी सूचना में नर्सरी से यूकेजी की ड्रेस में लाल चैक पैंट, प्लेन क्रीम शर्ट, पीले रंग का स्वेटर, पीले रंग के मोजे, काले रंग के जूते तय किए हैं। इसके साथ पीला व लाल रंग का ट्रैकसूट भी रहेगा


कक्षा एक से पांचवीं तक

कक्षा एक से पांचवीं तक कत्थई रंग की पैंट, कत्थई स्वेटर, प्लेन क्रीम शर्ट, कत्थई मोजे ड्रेस में रहेंगे। इसके अलावा केसरिया व गाढ़े नीले रंग का ट्रैक सूट होगा। शुक्रवार व शनिवार को दो दिन छात्र- छात्राएं ट्रैकसूट पहनेंगे।