देवरिया, । जिले में बिना मान्यता प्राप्त विद्यालयों की भरमार है। शहर से लेकर कस्बा और गांव में बिना मान्यता के स्कूलों का संचालन हो रहा है। ऐसे विद्यालयों की आने वाले दिनों में खैर नहीं है। डीएम के निर्देश के बाद बीएसए और बीईओ जिले में सघन अभियान चलाने की योजना बना रहे है। जिस बीईओ के क्षेत्र में बिना मान्यता के स्कूल संचालन होता पाया जाएगा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
हाल के दिनों में जिले में बिना मान्यता के स्कूलों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे कुछ स्कूलों के संचालक छात्रों के परिजनों से शुल्क, ड्रेस, कॉपी किताब के नाम पर आर्थिक रुप से शोषण करते है। इसकी शिकायत कुछ लोगों ने प्रदेश सरकार के पोर्टल पर तो कुछ जिले के अधिकारियों से किए थे। इसे जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने गंभीरता से लेते हुए 14 अप्रैल को जिले के सभी बीईओ को पत्र भेजकर उनके क्षेत्र में चल रहे बिना मान्यता के स्कूलों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। डीएम के पत्र के बाद बेसिक शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया है। बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने भी सभी खंड शिक्षाधिकारी से क्षेत्र के बिना मान्यता वाले स्कूलों पर कार्रवाई करने को कहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी पर होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने निर्देश दिया है कि सभी खंड शिक्षा अधिकारी समस्त ब्लॉकों में सघन अभियान चलाएं और यदि कोई विद्यालय बिना मान्यता प्राप्त संचालित हो रहा है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें। उनके ब्लॉक में कोई भी विद्यालय बिना मान्यता प्राप्त किए संचालित होता मिला तो उस क्षेत्र के बीईओ के विरुद्ध भी कार्रवाई किया जाएगा।
डीएम के आदेश से परिषदीय विद्यालय के बहुरेंगे दिन
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि जिला में बिना मान्यता के चलने वाले विद्यालयों को बंद कराने का डीएम ने निर्देश दिया है। यह सराहनीय पहल है, इससे परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या में वृद्धि होगी। इसके साथ ही प्राइवेट विद्यालयों के शोषण से लोगों को मुक्ति मिलेगी।
जिले में आने वाले दिनों में बिना मान्यता वाले स्कूलों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। कुछ बीईओ ने कुछ विद्यालयों पर कार्रवाई भी की है।
शालिनी श्रीवास्तव, बीएसए, देवरिया।