वाराणसी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) कक्षा नौ से 12वीं तक संचालित स्किल कोर्स को अनिवार्य करने जा रहा है। अब तक ये कोर्स सीबीएसई स्कूलों में वैकल्पिक तौर पर चलाए जाते हैं। मसलन, सीबीएसई की ओर से चलाए जाने वाले कुल कोर्स में से संबंधित स्कूल अपनी सुविधा के हिसाब से कुछ कोर्स चुनते हैं और छात्र-छात्राओं को पढ़ाते हैं। मगर, अब ऐसा नहीं होगा।
सीबीएसई कक्षा नौ से 12 तक नियमित पाठ्यक्रमों के साथ 33 स्किल और व्यावसायिक कोर्स संचालित करता है। इसका मकसद नियमित पढ़ाई के साथ छात्र- छात्राओं का व्यावसायिक कौशल विकास करना है। नई शिक्षा नीति में इन पाठ्यक्रमों पर खास जोर दिया गया है। कक्षा नौ से लेकर 12वीं तक फिजिकल एक्टिविटी एंड ट्रेनर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, फाउंडेशन स्किल फॉर साइंस,
अगले शैक्षणिक सत्र से हर स्कूल को चुनना होगा कम से कम एक स्किल कोर्स
डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन, आर्टिफिशियल इंटलीजेंस, लैंड ट्रांसपोर्टेशन एसोसिएट समेत 33 प्रोफेशनल और स्किल पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। सीबीएसई पैटर्न स्कूल अपनी सहूलियत के हिसाब से इनमें से कोर्स चुनकर पढ़ाते हैं। मगर, शैक्षणिक सत्र 2025-26 से सीबीएसई कम से कम एक स्किल कोर्स की पढ़ाई अनिवार्य करेगा। उन्हें उस पाठ्यक्रम के लिए शिक्षक और अन्य व्यवस्थाएं करनी होंगी।
सीबीएसई की सिटी को- ऑर्डिनेटर गुरदीप कौर ने बताया कि सीबीएसई आगामी सत्र से स्किल बेस्ड पाठ्यक्रमों को हर स्कूल में अनिवार्य करने पर विचार कर रहा है। कम से कम एक कोर्स हर स्कूल को अनिवार्य रूप से चुनना ही होगा। कक्षा नौ और 10 में तो यह जरूर लागू हो सकता है।