आश्रम पद्धति विद्यालयों में गबन की एसआईटी जांच


प्रयागराज। समाज कल्याण विभाग की ओर प्रयागराज में संचालित चार राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में वर्ष 2018-19 से 2021-22 के मध्य करोड़ों के गबन का मामला सामने आया है। भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर लखनऊ एसआईटी ने तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह, तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य रेनू सिंह, छात्रावास अधीक्षक अमित शुक्ला, प्रधानाचार्य छोटेलाल, प्रधानाचार्य जीत लाल पटेल और विद्यालयों में कार्यरत पटल सहायकों के खिलाफ ठगी और साजिश रचने की धारा में एफआईआर दर्ज की है।


चारों विद्यालयों में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर एसआईटी ने जांच की। शुरुआती जांच में पता चला कि प्रयागराज में सुरवल सहनी, खाई करछना, कौड़िहार तथा कोरांव के राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों के प्रिंसिपल और अधीक्षकों से मिलकर

■ लखनऊ एसआईटी ने गबन करने वालों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

■ प्रयागराज के तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी की मिलीभगत सामने आई

■ समाज कल्याण अधिकारी, प्रिंसिपल और हॉस्टल अधीक्षक समेत छह पर केस दर्ज

तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने लाखों की अनियमितता की। ग्रामीण विकास सेवा संस्थान नामक संस्था को प्रयागराज के सभी राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में भोजन व्यवस्था का काम दिया गया था। सभी ने मिलकर एक करोड़ 38 लाख का गबन किया। एसआईटी को इन लोगों ने अभिलेख भी उपलब्ध नहीं कराए। सबसे बड़ी बात ये थी कि संस्था में रहने के बाद भी आवासीय भत्ता वसूल रहे थे। इससे पहले 2023 में नवाबगंज पुलिस ने गबन का मुकदमा दर्ज किया था