नई दिल्ली, एजेंसी। बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक 2025 में ब्याज दरों में 50 आधार अंकों यानी आधा फीसदी की और कटौती कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो रेपो दर 6.25 से घटकर 6 फीसदी हो जाएगी। इससे कर्ज की ब्याज दरों में भी कटौती की संभावना बन जाएगी।
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि केंद्रीय बैंक ने दर-कटौती चक्र में प्रवेश किया है और अधिक कटौती की उम्मीद है। रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति 4.4 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 4.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही से मुद्रास्फीति के दबाव कम होने की संभावना है, जिससे आगे की दरों में कटौती की गुंजाइश बनेगी।
कम ब्याज दरें व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए उधार लेना सस्ता बनाती हैं, जिससे संभावित रूप से निवेश और खर्च को बढ़ावा मिलता है।