अनाथ बच्चों के प्रति सरकार संवेदनशील

लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल ने प्रदेश सरकार के बजट व कार्य शैली की सराहना करते हुए कहा कि किसी भी सरकार के कल्याणकारी व लोक हितकारी कदमों की पहचान तभी होती है जब वह समाज के सर्वाधिक पीड़ित व असहाय वर्ग के हितों का संरक्षण व संवर्धन करती है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा शनिवार को एक बयान जारी जानकारी दी।

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और अनाथ हो गए थे उनके भावी भविष्य को लेकर सरकार नें जिस संवेदनशीलता से उन्हें उस समय सहारा दिया था वही संवेदनशीलता बज़ट 2025-26 में एक बार पुन देखने को मिली जब बाल सेवा योजना के तहत 250 करोड़ रूपये की धन राशि का आवंटन सरकार ने इन अनाथ बच्चों के लिए किया यह न केवल ़काबिल-ए-तारी़फ है बल्कि यह इस बात का एहसास भी कराती है कि सूबे में एक संवेदनशील सरकार का राज है जो आधारभूत ढांचे, रोज़गार,उद्योग,शिक्षा,स्वास्थ्य ,़कानून व्यवस्था, एक्सप्रेस-वे, गाँव-़गरीब, किसान ,नौजवान और महिलाओं के लिए ही न केवल प्रावधान करती है बल्कि मानवीय संवेदनाओं पर भी पैनी नज़र रखती है।


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अनुपम मिश्रा ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार 22 बच्चे शहर में ऐसे हैं जिन्होंने अपने माता पिता दोनों को खो दिया था और 178 बच्चों ने माँ पिता में से एक को खो दिया था ऐसे में सरकार द्वारा उनके बाल़िग होने तक उन्हें दी जाने वाली चार हज़ार रुपये की मासिक आर्थिक सहायता उनके जीवन की रिक्तता को भरने का सरकार का एक बहुत ही संवेदनशील प्रयास है जिसकी सराहना जितनी की जाए उतनी कम है।