लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार आने वाली पीढ़ी से शिक्षा का अधिकार छीनना चाहती है। इसलिए उसने जानबूझकर शिक्षा को महंगी करने की साजिश की है। गरीबों के सामने रोटी-रोजगार के अभाव के कारण बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो रहा है। पढ़ाई से वंचित बच्चों की संख्या लाखों में है।
अखिलेश ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में आए नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार की शिक्षा विरोधी नीति के खिलाफ 15 अगस्त को समाजवादी पार्टी के विधायक, नेता और पदाधिकारी स्कूल बंद किए जाने वाले गांवों में जाकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे। उत्तर प्रदेश में लगभग 5000 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने जा रही है। समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय के राज्य की स्थापना करने को संकल्पित है। जातीय जनगणना से सभी को समानुपातिक भागीदारी मिलनी है। भाजपा गरीब, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों का उनके हक नहीं देना चाहती है। वह आरक्षण खत्म करने का षडयंत्र कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास और बच्चों की शिक्षा की विरोधी इसलिए है क्योंकि लोग शिक्षित और जागरूक होंगे तो उसकी नाकारात्मक और पीडीए विरोधी रीति नीति से परिचित हो जाएंगे। भाजपा की नफरती और अलगाववादी सोच से सावधान रहने की जरूरत है। भाजपा तिकड़म से चुनाव जीतती है। बिहार में चुनाव आयोग मतदाताओं की मनमानी छंटनी की तैयारी है। कल उत्तर प्रदेश की बारी आएगी। इसलिए हमें वोट बढ़ाने और अवांछित मतदाताओं के नाम हटवाने पर निगाह रखनी होगी।उन्होंने कहा कि भाजपा ने लूट मचा रखी है। पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में घटिया सामग्री लगी है। भाजपा सरकार में जो भी निर्माण कार्य हुए उनकी गुणवत्ता पर उंगलिया उठती रही है। इस अवसर पर राजेंद्र चौधरी, सांसद सनातन पांडेय, राहुल लोधी, बालकुमार पटेल आदि उपस्थित रहे।