लखनऊ, नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत दो वर्ष में प्रदेश में 15 वर्ष से अधिक आयु के छह लाख से अधिक को साक्षर किया गया है।
असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिये 200 घंटे का मॉडयूल बनाया गया है। हर जिले में स्वयंसेवी इन्हें साक्षर बना रहे हैं। अब तक पांच बार आयोजित परीक्षा 6,48,624 प्रतिभागी सफल होकर साक्षर बने हैं। नगर में 837 और ब्लॉकों में 28,333 साक्षरता केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। हर वर्ष आठ सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
सारक्षता एवं वैकल्पिक शिक्षा के निदेशक व सचिव और राज्य सारक्षरता मिशन प्राधिकारण के निर्देशन में प्रदेश भर में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15 से अधिक आयु वर्ग के किशोर, युवा, बुजुर्गों को साक्षर बनाया जाएगा। योजना के प्रचार प्रसार, रैली, नुक्कड़ नाटक, बैनर और होर्डिंग की मदद ली जा रही है।
दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में यूपी के 200 साक्षर, नव साक्षर एवं वालेण्टियर हिस्सा लेंगे।
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा आयोजित नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24 के अनुसार यूपी की साक्षरता दर 78.20 थी। इनमें पुरुष 86 और महिला साक्षरता दर 70.40 है।