उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ का महा संघर्ष: अधिकारों और सम्मान की रक्षा हेतु आह्वान
समस्त सम्मानित शिक्षक भाइयों एवं बहनों,
सादर प्रणाम....
वर्तमान विकराल परिस्थितियों से आप सब भली-भांति परिचित है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूॅ कि- वर्तमान संकट अत्यंत विकराल और शिक्षकों को विचलित करने वाला है। आप सभी बुद्धिजीवी हैं और आप जानते हैं कि नियुक्ति के समय प्रकाशित विज्ञप्ति के आधार पर सेवा शर्तें तय की जाती है। समय-समय पर शिक्षकों की नियुक्ति से पूर्व विज्ञप्ति के आधार पर नियुक्तियां की जाती है। बेसिक शिक्षा विभाग के इतिहास में नियुक्ति उपरांत कभी भी शैक्षिक योग्यताओं में परिवर्तन नहीं किया गया है, शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2011 उत्तर प्रदेश में वर्ष 2011 से लागू किया गया है। उसके बाद ही एनसीटीई द्वारा निर्धारित योग्यताओं के आधार पर शिक्षकों का चयन किया गया है तो फिर शिक्षक पूछता है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली और सरकार ने 2011 से पूर्व की नियुक्तियों पर एनसीटीई द्वारा निर्धारित योग्यता कैसी लागू होगी और क्यों? भारत सरकार द्वारा 2017 में एनसीटीई में संशोधन कर 4 वर्ष में समस्त शिक्षकों को टीईटी करना अनिवार्य कर दिया गया। शिक्षक पूछता है कि 2017 का एनसीटीई संशोधन 2017 के पूर्व नियुक्तियों पर कैसे लागू होगा? शिक्षक पूछता है कि एनसीटीई के 2017 संशोधन को छुपा कर क्यों रखा गया है? समाज में प्रकाशित क्यों नहीं किया गया? और सीधा माननीय सुप्रीम कोर्ट में शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलने के लिए प्रेषित कर दिया गया? उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ 1921 से शिक्षकों के सम्मान के लिए संघर्षरत रहा है और वर्तमान संकट संगठन के गठन से अब तक का सबसे बड़ा संकट है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ अपने दायित्वों के प्रति सजग रहते हुए आपके अधिकारों और सम्मान के रक्षार्थ संकल्पित है। संगठन ने दो स्तरीय लड़ाई लड़ने की पूरी तैयारी की है, हम आपके सहयोग से जमीन पर उतरकर जिला मुख्यालय से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक लड़ाई करने को कृत संकल्पित है। हमारे विधि विशेषज्ञ पूरे प्रकरण की गहनता से अध्ययन कर रहे हैं और हम आपके अधिकारों की रक्षा के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट में देश के वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ आपका पक्ष रखने को कृत संकल्पित है।
अतः आपसे अनुरोध है कि धैर्य रखें ,संगठन में विश्वास रखें, चंदा चोरों से सावधान रहें साथ ऐसे लोगों से सावधान रहें जो सिर्फ ज्ञापन प्रेषण/ अनुरोध पत्र प्रेषित करने का ढांेग कर आपको भ्रमित करने का और बांटने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि अब यह लड़ाई ज्ञापन प्रेषण/ अनुरोध पत्र देने से नहीं जीती जा सकती। अब हमारे अधिकारों की रक्षा बड़े संघर्ष और बलिदान के उपरांत ही संभव है। आज हमारे साथ छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान, दिल्ली प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में लड़ने को तैयार हैै। मैं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से आपसे अपील करता हूं कि संगठन द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रमों में अपनी शत प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित कर इस महा संकट से लड़कर मुक्त होने में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करें। दिनांक 16 सितंबर 2025 को धरना और ज्ञापन प्रेषण कार्यक्रम में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर आशीर्वाद प्रदान करने की कृपा करें।
*उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिन्दाबाद जिन्दाबाद*
*डॉ दिनेश चंद्र शर्मा जिन्दाबाद जिन्दाबाद*
*संजय सिंह जिन्दाबाद जिन्दाबाद*