● अमेठी का युवक प्रयागराज में कर रहा है प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी
● यूट्यूब और गूगल पर जानकारी जुटाने के बाद चाहत को चढ़ाया परवान
प्रयागराज, । प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे एक लड़के ने लड़की बनने के लिए पहले यूट्यूब व गूगल पर जानकारी जुटाई और फिर इस चाहत को परवान चढ़ाने के लिए खुद ही सर्जिकल ब्लेड से अपना प्राइवेट पार्ट काट लिया। दर्द से चीखने-चिल्लाने पर लड़के को नाजुक हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां अब वह खतरे से बाहर है। जानकारी पर पहुंचे परिजन भी इस वाकये से सन्न हैं।
शहर के सिविल लाइंस में किराए का कमरा लेकर रहने वाले प्रतियोगी छात्र ने इस हैरान करने वाली घटना को शुक्रवार को अंजाम दिया। वह अमेठी के किसान परिवार का इकलौता बेटा है। अस्पताल में उसने बताया-‘ 14 साल की उम्र में जब स्कूल में पढ़ाई के दौरान लड़कियों के संग डांस कर रहा था, तब अहसास हुआ कि वो लड़का जरूर है, लेकिन बाकी लड़कों की तरह नहीं है। उसके मन में बार-बार लड़की बनने की चाहत बढ़ती गई। प्रयागराज में रहते हुए उसे यूट्यूब और गूगल पर सर्च किया कि शारीरिक रूप से कैसे लड़की बना जाए।‘
छात्र का कहना था कि कटरा के एक निजी डॉक्टर की सलाह पर उसने यह कदम उठाया है। डॉक्टर ने ही उसने एनेस्थीसिया (सुन्न करना) का इंजेक्शन, सीजर, चिमटी, रूई आदि दिया था। कमरे में इंजेक्शन लगाने के बाद सर्जिकल ब्लेड से अपना प्राइवेट पार्ट काट लिया। इसके बाद खुद ही मरहम पट्टी भी की। कुछ घंटे बाद इंजेक्शन का असर कम होते ही असहनीय दर्द होने लगा। चीख सुनकर मकान मालिक आए। एंबुलेंस बुलाई और बेली अस्पताल ले गए। जहां हालत गंभीर देख उसे एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। एसआरएन अस्पताल के पीआरओ डॉ. संतोष सिंह का कहना है कि लड़का अब खतरे से बाहर है। मामला जेंडर आइडेंटिटी डिसआर्डर का है। अस्पताल की मनोचिकित्सकीय टीम से परामर्श कर आगे उपचार किया जाएगा। उधर, अस्पताल में पहुंचे उसके परिजनों का हाल बेहाल है। परिजन डॉक्टर से अपने बच्चे को ठीक करने की गुहार लगा रहे हैं।