लखनऊ, फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर आजमगढ़ मंडल में 2016 में नियुक्ति पाए 22 सहायक अध्यापकों की बर्खास्तगी के बाद शासन अब इनसे वेतन वसूली में जुट गया है। इससे पूर्व अलग-अलग जिलों में तैनात रहे इन बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ वहां के जिला विद्यालय निरीक्षकों की ओर से एफआइआर दर्ज कराई गई है। इनमें से कुछ शिक्षक अपनी बर्खास्तगी के खिलाफ हाईकोर्ट गए हैं।
बताया जा रहा है कि विभाग भी अदालत में अपना जवाब दाखिल करने की तैयारी कर रहा है। बीते 20 अगस्त को माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव ने शिक्षकों की बर्खास्तगी और उनसे वेतन की वसूली व मुकदमा दर्ज करने संबंधी आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया है कि 21 अप्रैल 2014 को निकले विज्ञापन के आधार पर 2016 में आजमगढ़ मंडल में सहायक अध्यापक (पुरुष/महिला) के रिक्त पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक एवं प्रशिक्षण अर्हता के आधार पर तैयार गुणांक के मेरिट के आधार पर किया गया था। काउंसिलिंग द्वारा रिक्त पदों के सापेक्ष चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन विभाग द्वारा की गई, इसमें 22 अभ्यर्थियों के अंकपत्र/प्रमाणपत्र कूटरचित एवं फर्जी पाए गए।