02 October 2025

चयन 403 का , ज्वाइनिंग 421 की: जानिए किस विभाग का है यह मामला

  स्वास्थ्य विभाग की भर्तियों में फर्जीवाड़े के सारे रिकार्ड ही टूट गए। केवल चहेतों को मनमाने ढंग से नौकरियां ही नहीं दी गईं, चयनित होने वालों से कहीं अधिक संख्या में लोगों की ज्वाइनिंग करा दी गई। वर्ष 2008 की तर्ज पर 2016 में हुई भर्तियों में भी इसी खेल का खुलासा हुआ है। वर्ष 2016 में कुल 403 लोगों की एक्सरे टैक्नीशियन के पद पर चयन की सूची जारी की गई। मगर असलियत में ज्वाइनिंग 421 से अधिक अभ्यर्थियों की करा दी गई।



एक्सरे टेक्नीशियन की वर्ष 2008 में हुई भर्तियों में परिणाम सूची 79 अभ्यर्थियों के चयन की जारी की गई थी। मगर ज्वाइनिंग 140 लोगों की कराई गई यानि 61 फर्जी अभ्यर्थियों को जाली कागज तैयार कर एक्सरे टैक्नीशियन बना दिया गया। ठीक इसी तरह का मामला वर्ष 2016 में 403 पदों पर हुई भर्ती प्रक्रिया में भी सामने आया है। अभी तक अर्पित, अंकित, शैलेंद्र, शरद आदि अभ्यर्थियों के नाम सामने आ चुके हैं। जिनके फर्जी कागजात तैयार कर ज्वाइनिंग करा दी गई। वहीं रंजीत नामक अभ्यर्थी की भी फर्जी ज्वाइनिंग कराई गई। इनमें से अर्पित सिंह के नाम पर आधा दर्जन फर्जी अभ्यर्थियों के नौकरी करने के मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है।


मृतक आश्रित कोटे के नाम पर भी किया गया खेल

खास बात यह है कि जालसाजों ने मृतक आश्रित कोटे के नाम पर भी खेल किया। जिनके मां-बाप जीवित हैं, उनका आश्रित दिखा कर फर्जी ढंग से ज्वाइनिंग भी करा दी गई। पुरबा सीएचसी पर इसी तरह ज्वाइनिंग करने वाले कुलदीप नामक युवक को जेल भी भेजा जा चुका है। ऐसे और भी तमाम प्रकरण हैं, जिसमें मृतक आश्रित कोटे में फर्जी कागजात तैयार कर नौकरी लगवा दी गई। गहनता से जांच हो तो यह सारे मामले खुल सकते हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को भी नौकरी दे दी गई, जिनके पास एक्सरे टेक्नीशियन का डिप्लोमा नहीं था और कइयों ने यह डिप्लोमा नौकरी का विज्ञापन निकलने के बाद पूरा किया।