सुरक्षा पर सवाल उठा रही बायोमेट्रिक पहचान
सिडनी। चेहरे की पहचान और अन्य तरह की बायोमेट्रिक तकनीक अब पहचान का आम जरिया बनती जा रही है, जो हमारी सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। हाल ही में इस संबंध में ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय एक अध्ययन हुआ। इसमें पाया गया कि एकबार आपका चेहरा डेटाबेस में सुरक्षित हो गया, तो वह हमेशा के लिए रह सकता है। यदि डेटाबेस हैक हो जाए, तो पहचान खतरे में पड़ सकती है। साथ ही, यह तकनीक सही नहीं है। गलत पहचान की घटनाएं आम हैं।