बहजोई। अब परिषदीय स्कूलों की परीक्षाएं तकनीकी माध्यम से होंगी। दिसंबर माह में प्रस्तावित निपुण परीक्षा पहली बार निपुण-प्लस एप के जरिए कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा संचालन, मूल्यांकन और रिपोर्ट तैयार करने की पूरी प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से होगी। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों की भाषा और गणित में दक्षता का आकलन करना है, ताकि कमजोर विद्यार्थियों की पहचान कर उन्हें सुधारात्मक सहायता दी जा सके। बीएसए अलका शर्मा ने बताया कि निपुण भारत मिशन के तहत वर्ष 2026-27 तक हर बच्चे को भाषा व गणित में दक्ष बनाना लक्ष्य है।
परीक्षा से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर कमजोर छात्रों के लिए विशेष सुधार कार्यक्रम चलाए जाएंगे और प्रत्येक शिक्षक को अपने विद्यार्थियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन की रिपोर्ट भी दी जाएगी। बीएसए ने बताया कि सभी ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि परीक्षा से पहले शिक्षकों को एप के उपयोग का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से दिया जाए। प्रत्येक विद्यालय में टैबलेट या स्मार्टफोन के माध्यम से प्रश्नपत्र हल कराए जाएंगे। एप स्वतः बच्चों के उत्तरों का मूल्यांकन करेगा और परिणाम तुरंत तैयार होगा, जिससे परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता दोनों बढ़ेंगी, साथ ही शिक्षकों पर कार्य का बोझ भी घटेगा।

