मैनपुरी, जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, मध्याह्न भोजन एवं जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में परिषदीय विद्यालयों की समीक्षा करते हुए डीएम अंजनी कुमार सिंह ने असंतोष जताया। कहा कि छात्रों की डिजिटल उपस्थिति संतोषजनक नहीं है और शिक्षण कार्यों में लापरवाही बरतने पर सभी खंड शिक्षाधिकारियों का वेतन रोका जाएगा। साथ ही चेतावनी दी कि अगले माह तक जनपद को डिजिटल उपस्थिति में टॉप-10 में शामिल करना सुनिश्चित करें, अन्यथा स्टेट औसत से कम उपस्थिति वाले बीईओ के खिलाफ निलंबन की संस्तुति की जाएगी। डीएम ने निर्देश दिए कि दो वर्ष से अधिक एक ही क्षेत्र में तैनात बीईओ का कार्यक्षेत्र तत्काल बदला जाए।
परिषदीय विद्यालयों में निजी स्कूलों के मुकाबले बेहतर संसाधन होने के बावजूद शिक्षा गुणवत्ता में सुधार नहीं दिख रहा है। कंपोजिट ग्रांट का उपयोग प्राथमिकता से शिक्षण सामग्री पर किया जाए तथा ऑपरेशन कायाकल्प के तहत मिली सुविधाओं का नियमित निरीक्षण हो। उन्होंने प्रधानमंत्री पोषण योजना में भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने, निर्धारित मीनू के अनुसार फल, दूध एवं उच्च गुणवत्ता वाले तेल-मसाले के प्रयोग के निर्देश दिए। सभी अधिकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान कम से कम दो विद्यालयों का निरीक्षण करें। समीक्षा में पाया कि 16579 छात्रों का आधार प्रमाणीकरण शेष है, जिसमें सर्वाधिक कुरावली, मैनपुरी, बेवर और सुल्तानगंज क्षेत्रों में है। प्रेरणा पोर्टल पर 1,18,139 के सापेक्ष केवल 29586 नए नामांकन हुए हैं, जिनमें कई क्षेत्रों की प्रगति संतोषजनक नहीं है।

