22 November 2025

एसआईआर के दौरान 10 हजार मतदाता ‘गायब’ मिले


डीएम विशाख जी ने कामकाज देखा।


लखनऊ। एसआईआर में कई मतदाताओं का आता पता नहीं मिल रहा है। पते पर न मिलने वाले मतदाताओं की संख्या करीब 10 हजार के आसपास है। इनमें से एक हजार के करीब ऐसे हैं जो कहीं नहीं मिले। कई दूसरे इलाकों में जा चुके हैं। कई ऐसे भी हैं जो दूसरे राज्य में बस चुके हैं। असल आंकड़े तो मतदाता सूची के प्रकाशन पर सामने आएंगे, यह रिपोर्ट बीएलओ और इलाकाई लोगों से एसआईआर पर अब तक की प्रगति पर बातचीत के आधार पर है।


महानगर-निराला नगर में बीएलओ सरकारी कालोनियों से लेकर मोहल्लों तक घूम रहे थे। इनमें 45 नाम ऐसे मिले जो अपने पते पर नहीं मिले। सरकारी कालोनी में ऐसे लोगों के नाम मिले जिनके बारे में पता लगा कि 2011 से अब तक दोबारा नहीं आए, लेकिन मतदाता सूची में नाम है। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से सभी मतदाताओं को मौका दिया जा रहा है कि मतदाता सूची में नाम है, कहीं और नहीं है। ऐसे में गणना प्रपत्र भर लें। सूत्रों के अनुसार अब तक7837 मतदाता ऐसे हैं जो पते पर नहीं मिले। यानी कहीं और बस गए। लगभग 5095 मतदाता ऐसे हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। जिन मतदाताओं का कहीं दूसरी जगह नाम नहीं, मृत्यु नहीं हुई..इनमें सबसे ज्यादा लखनऊ कैंट विधान सभा क्षेत्र के हैं। इनकी संख्या 308 के करीब है। दूसरे नम्बर पर लखनऊ पूर्व विधान सभा क्षेत्र है जहां 116 ऐसे मतदाता सामने आ चुके हैं।


डीएम ने निरीक्षण किया


लखनऊ। डीएम विशाख जी ने लखनऊ कैंटोनमेंट (175) में विजय नगर टेक्निकल कॉलेज समेत कई बूथों का निरीक्षण किया। उन्होंने गणना प्रपत्र भरने और कंप्यूटर में ब्योरा दर्ज करने का कार्य देखा। डीएम ने बीएलओ को मोबाइल ऐप के माध्यम से डेटा एंट्री के निर्देश दिए।


मतदाता नहीं मिले रहे


विधान सभा क्षेत्र संख्या


168-मलिहाबाद 33


169- बख्शी का तालाब 79


170- सरोजनीनगर 108


171- लखनऊ पश्चिम 24


172- लखनऊ उत्तर 98


173- लखनऊ पूर्व 116


174- लखनऊ मध्य 40


175- लखनऊ कैंट 308


176- मोहनलालगंज 47