रामपुर। अपनी मूल तैनाती को छोड़कर सरकारी या फिर अन्य कार्यालयों में अटैच शिक्षकों की जल्द अपने मूल स्कूल में वापसी होगी। शासन स्तर से इस संबंध में नाराजगी जाहिर होने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने भी कवायद तेज कर दी है। बीएसए ने इस संबंध में सभी बीईओ को पत्र जारी कर दिया है।
जिले में तमाम ऐसे शिक्षक हैं जिनकी मूल तैनाती को परिषदीय स्कूलों में हैं लेकिन अधिकारियों ने उनको सरकारी कार्यालयों में अटैच कर दिया है। कोई बीईओ के कार्यालय पर अटैच है तो कोई प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय में है। हैरानी की बात यह है जिन शिक्षकों को कार्यालय से अटैच किया गया है वह किसी न किसी अधिकारी के करीबी हैं। इतना ही नहीं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों से अधिकारी अपने निजी काम तक ले रहे हैं।
कई बार अटैचमेंट खत्म करने के लिए शासनादेश जारी हो चुका है लेकिन उन पर भी अधिकारियों की मनमानी हावी है। माह के अंत में एक बार फिर बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने पत्र भेजकर नियमों को ताक पर रखकर हुए शिक्षकों के अटैचमेंट को खत्म करने के आदेश दिए थे। उन्होंने स्पष्ट आदेश दिए थे कि सभी शिक्षकों को उनकी मूल तैनाती पर भेजा जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसके लिए शासन से दस दिन का समय दिया गया था। कई जिलों में तो इस आदेश पर काम भी शुरू हो गया था।
शिक्षकों का अटैचमेंट खत्म करने के आदेश दे दिए गए थे। हालांकि रामपुर में आदेश जारी न होने पर शिक्षक नेताओं में नाराजगी थी। अब देर से ही सही लेकिन रामपुर में भी इस अटैचमेंट के खेल को खत्म करने की कवायद शुरू हो गई है।
शासन की ओर से आए दिशा निर्देशों का पालन कराया जाएगा। सभी बीईओ पत्र भेजकर शिक्षकों को मूल तैनाती पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
- कल्पना देवी,बीएसए

