1100 रूपये के लिए सुबह से शाम तक घनघना रहे शिक्षकों के फोन, शिक्षक परेशान

ठंड बढ़ती जा रही है। अब भी जिले के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले लगभग एक लाख बच्चों को ड्रेस, बैग, स्वेटर और जूते-मोजे का इंतजार है। शासन के निर्देश के बावजूद अब तक एक लाख 22 हजार विद्यार्थियों के अभिभावकों के खाते में ही धनराशि प्रेषित की जा सकी है। ऐसे में शासन ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 30 नवंबर तक धनराशि प्रेषित करने का निर्देश दिया है। इसके बाद से विभाग ने छात्रों के आधार कार्ड के सत्यापन के काम में और तेजी लाई है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सनत कुमार सिंह ने बताया कि डीबीटी शिक्षकों के लिए मुसीबत बन गई है। पहले डाटा एंट्री में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण शिक्षकों को परेशानी हुई थी। अब पैसे को लेकर पूछताछ से शिक्षक परेशान हैं। सुबह से शाम तक शिक्षकों के फोन घनघना रहे हैं। कई अभिभावक तो बच्चों का नाम न फीडिंग में न भेजने की शिकायत करते हैं।


जिले में पंजीकृत बच्चों के अभिभावकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजी जा रही है। जिन अभिभावकों के आधार व बैंक खाते में त्रुटियां हैं, उन अभिभावकों को सूचना दी जा रही है। 30 नवंबर तक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

- राकेश सिंह, बीएसए