30 जून को रिटायर होने वाले केंद्रीय कर्मियों को एक काल्पनिक वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। इसी के अनुसार उनकी पेंशन संशोधित की जाएगी। छठे वेतन आयोग के बाद वर्ष में सिर्फ एक बार एक जुलाई को वार्षिक वेतन वृद्धि की घोषणा की गई। इसकी वजह से 30 जून को रिटायर होने वाले कर्मचारियों की पेंशन निर्धारण में वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल पाता था।
जबकि, रिटायरमेंट से पूर्व के वर्ष में वे एक जुलाई से 30 जून के बीच ड्यूटी करते हैं। इसके लिए एजी ऑफिस के ऋषेश्वर उपाध्याय समेत 24 लोगों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। ऋषेश्वर ने बताया कि रिटायर कर्मचारियों के पक्ष में आदेश हुआ है। इसके तहत एक काल्पनिक वार्षिक वेतन वृद्धि के साथ पेंशन संशोधित किया जाएगा।
लखनऊ रैली को सफल बनाने के लिए किया संपर्क
पुरानी पेंशन की बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पेंशनर्स अधिकार मंच की ओर से 30 नवंबर को लखनऊ में प्रदेशव्यापी रैली की घोषणा की गई है। आंदोलन के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए अलग-अलग यूनियन के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को भी जनसंपर्क अभियान चलाया। अलग-अलग विभागों में जनसंपर्क करने वालों में राम सेवक यादव, हरदेव सिंह, विनोद पांडेय, राजेंद्र कुमार त्रिपाठी आदि शामिल रहे।
पुरानी पेंशन के लिए धरना, सौंपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ की ओर से पुरानी पेंशन समेत 15 सूत्रीय मांग को लेकर कलक्ट्रेट पर धरना दिया गया। कर्मचारियों ने ज्ञापन भी सौंपा। मांग नहीं माने जाने पर उन्होंने तेज आंदोलन की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपने वालों में तृतीय श्रेणी कर्मचारी महासंघ के मंडल अध्यक्ष अश्वनी कुमार श्रीवास्तव, मुकेश कुमार, लालचंद्र मौर्य, अक्षय कुमार, जफर हसन आदि शामिल रहे।