यूपी बोर्ड परीक्षा: अयोग्य गुरुजी को नहीं मिलेंगी कापी जांचने की जिम्मेदारी, तैयार होने लगी कुंडली

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा की तिथि भले ही घोषित नहीं की गई है। लेकिन शिक्षा विभाग अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। योग्यता के आधार पर ही गुरुजी को कक्ष निरीक्षक व परीक्षक बनाया जाएगा। इनकी कुंडली तैयार होने लगी है। जल्द ही पूरा डाटा वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। दागदार रहे गुरुजी को कक्ष निरीक्षक न बनें, इस पर विशेष नजर है।


योग्यता के अनुसार ही बनेंगे कक्ष निरीक्षक
देवरिया जिले में हाईस्कूल में 67802 व इंटर में 56751 परीक्षार्थी हैं। इनको परीक्षा देने के लिए जिले में 218 केंद्र बनाए गए हैं। इस बार योग्यता के अनुसार ही कक्ष निरीक्षक व मूल्यांकन कार्य के लिए परीक्षक बनाने की तैयारी है।

अयोग्य गुरुजी को नहीं मिलेगी कापी जांचने की जिम्मेदारी
अक्सर शिकायत मिलती है कि बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के दौरान कई बार अयोग्य गुरुजी को कापी जांचने की जिम्मेदारी दे दी गई है। जिससे विभाग के कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़ा होने लगता है। गणित के गुरुजी को सामाजिक विज्ञान व हिंदी के गुरुजी को रसायन विभाग की कापी जांचने की जिम्मेदारी मिल जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा, बोर्ड ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्त विहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की सूची शैक्षिक विवरण के साथ मांगी है। इसी के आधार पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।

इन लोगों पर विभाग की है विशेष नजर
खास बात यह है कि पहले कभी दागदार रहे शिक्षकों पर शिक्षा विभाग की विशेष नजर है। अगर किसी शिक्षक पर पहले नकल कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज है तो ऐसे गुरुजी इस बार कक्ष निरीक्षक नहीं बन सकेंगे।

अधिकारी बोले
जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र नाथ गुप्ता ने कहा कि योग्यता के आधार पर शिक्षकों की सूची 25 फरवरी तक तैयार की जानी है। सभी प्रधानाचार्यों से इसकी जानकारी मांगी गई है।